Nivedita Raje for BeyondHeadlines
हमारा बच्चा स्कूल जा रहा है कटोरा लेकर …???
क्या यह बेवकूफ नहीं हैं ?
क्या यह सवाल भीख और भूख से जुड़ा नहीं है ?
यह हमारा अधिकार नहीं है ? या यह देश हमारा नहीं है ?
हम इस देश के लिए जिन्दगी झोंक रहे हैं.
बेहतर और स्वाभिमान की जिन्दगी जीने का हमें भी हक़ है.
बस हमारा खेत और खलिहान लौटा दो.
नदी और पहाड़ लौटा दो, जल और ज़मीन लौटा दो.
इस पर हक़ सिर्फ हमारा है हमारा ?
नहीं चाहिए तुम्हारा यह मध्यावहन भोजन और मनरेगा.
यह भूक की आग भी तुम्हारी और फायर ब्रिगेड भी तुम्हारा !!
यह विल्कुल नहीं चलेगा, हमें गुस्सा है इस तंत्र पर,
जिसने हमारे मासूमों को कटोरा लेकर स्कूल जाने को अभिशप्त किया है.
हमने बिहार में ज़हरीले भोजन से, बीस बच्चों को मरते देखा !!
सड़े अनाज, सड़ी सब्जियां और उससे भी सडी मानसिकता, धिक्कार है हम पर…
नोट: मिड डे मिल खाने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं, सरकार को ‘खाद्य सुरक्षा योजना’ से पहले ‘खाद्य से सुरक्षा योजना’ शुरू करनी चाहिए.