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बनारस में मोदी की मदद को उतरा संघ

Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines

आर.एस.एस. ने बनारस में मोदी की नैय्या पार लगाने की ठान ली है. आर.एस.एस. के स्वयंसेवक जगह-जगह बनारस में फैल गए हैं. मक़सद सिर्फ एक ही है, नरेन्द्र मोदी को वोट दिलाने के खातिर अधिक से अधिक संख्या में बीजेपी के समर्थकों को पोलिंग बूथ तक ले जाना. इसके लिए आर.एस.एस. के लोकल काडर को सीधे तौर पर नागपूर से इस बाबत इंस्ट्रक्शन दिए जा चुके हैं.

संघ को इस बात की आशंका है कि अगर मोदी बनारस की जंग में कमज़ोर पड़ गए तो मोदी के कंधों पर रखा संघ का एजेंडा फेल कर जाएगा.

बनारस में आर.एस.एस. से जुड़े एक पदाधिकारी नाम न छापने के शर्त पर बताते हैं कि स्वयंसेवकों ने चुनाव की तैयारी एक साल पहले ही कर दी थी. हमारा पहला मक़सद था कि वोटर लिस्ट में अधिक से अधिक लोगों का नाम शामिल करवाना. और अब हमारा दूसरा मक़सद है चुनाव  के अधिक से अधिक लोगों को मतदान केन्द्र तक पहुंचाना.

वो बताते हैं कि वाराणसी शहर में संघ के तकरीबन 200 से अधिक शाखाएं हैं और तकरीबन 80 हज़ार स्वयंसेवक हैं. जो वाराणसी में लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं.

इतना ही नहीं, मोदी की जीत सुनिश्चित करने के खातिर नमो के प्रचार अभियान को और गति देने के लिए  देश के विभिन्न प्रांतों से बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों को वाराणसी बुलाया गया है. इसी कड़ी में दिल्ली, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और मध्य प्रदेश से करीब 1500 से अधिक वरिष्ठ और युवा स्वयंसेवकों की वाराणसी पहुंच चुकी है. दूसरी तरफ बूथ प्रबंधन कमज़ोर न पड़े, इसके लिए भी करीब पांच हज़ार स्वयंसेवकों की फौज तैयार की गई है.

दिल्ली  व हरियाणा से आई स्वयंसेकों के टीम का प्रमुख काम वाराणसी के लोगों के बीच जाकर उन्हें अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार के 49 दिन और आम आदमी पार्टी की असलियत बताना है, तो वहीं आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आई टोली को काशी में रहने वाले दक्षिण भारतीय परिवारों तक पहुंचने की ताकीद की गई है. मध्य प्रदेश से आए स्वयंसेवक भी इसी तर्ज पर उन लोगों तक पहुंचेगे, जिनकी जड़े मध्य प्रदेश से जुड़ी हैं. इतना ही नहीं, स्वयंसेवकों की एक टीम शहर के विभिन्न चाय व पान की दुकानों पर मोदी लहर की चर्चा करने के लिए बहाल किया गया है.

स्वयंसेवकों के अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के बीजेपी कार्यकर्ता भी भारी संख्या में वाराणसी पहुंचना शुरू कर चुके हैं. पार्टी के अधिकतर बड़े नेता भी वाराणसी के फाइब स्टार होटलों में डेरा डाले हुए हैं. इनमें अमित शाह व नलिन कोहली आदि के नाम प्रमुख हैं.

इन कार्यकर्ताओं व संघ ने पूरा ध्यान बूथ प्रबंधन की मज़बूती पर केन्द्रित कर दिया है. वरिष्ठ प्रचारक प्रतिदिन बैठकें कर रहे हैं और संघ से जुड़े नए पुराने लोगों को मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं. यही नहीं, हर बूथ पर तीन स्वयंसेवकों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए करीब पांच हज़ार स्वयंसेवकों की फौज तैयार की गई है. मतदाता सूची के हर दो पेज़ के लिए एक पेज प्रभारी भी बूथवार तैनात किया जा रहा है.

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