Avdhesh Kumar for BeyondHeadlines
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने भाजपा, कांग्रेस और सपा पर उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कड़े शब्दों में निंदा की है. पार्टी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मुरादाबाद के कांठ इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैलाने में भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के धरने पर बैठने और पांच सांसदों के संवेदनशील इलाके में गिरफ्तारी देने से प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ा है.
कांग्रेस ने इस मौके पर शांति मार्च के नाम पर जो राजनीति की है. उसने आग में घी डालने का ही काम किया है. पार्टी ने कहा कि पहले भाजपा और समाजवादी पार्टी ही ऐसी गंदी राजनीति करती थी, लेकिन अब इसमे कांग्रेस भी शामिल हो गई है.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस ने अपने एक वरिष्ठ नेता की अगुवाई में शांतिमार्च के नाम पर विभाजन और घृणा की राजनीति की शुरूआत की है, जिससे सांप्रादायिक माहौल तो बिगड़ा ही साथ ही शांति मार्च के नाम पर जमा हुए हुड़दंगियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-24 को भी जाम कर दिया, जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
उत्तरप्रदेश में पिछले एक साल में प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के मामलों को रोकने व उनपर नियंत्रित करने में बुरी तरह असफल रही है. आज सहारनपुर में दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी और हिंसा इसका सबसे ताजा सबूत है. सांप्रदायिक राजनीति के भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रयोग ने मुज़फ्फरनगर में बड़ी तादाद में निर्दोष लोगों की जाने ली थी. अब, कांग्रेस पार्टी भी इस खेल में शामिल हो गई है. मुरादाबाद समेत पूरे पश्चिम उत्तरप्रदेश में ये राजनैतिक दल सांप्रदायिक राजनीति का भयानक प्रयोग को दुहराने की तैयारी में हैं.