Mango Man

‘सम्बन्ध बनाना मेरे लिए कोई प्यार नहीं बल्कि सज़ा थी…’

By Iti Sharan

आज सुबह फेसबुक पर “शादी में रेप… अनाम इनबॉक्स दास्ताने” इस पेज को लाइक करने के लिए बुआ (Swarn Kanta) ने मुझे इन्वाइट किया. जिसके बाद कई बातें याद आ गई. पिछले साल सामुदायिक रेडियो में काम करते हुए कुछ इसी तरह के विषयों पर काम करने का मौका मिला था. उस दौरान ऐसी कई औरतों से मिलना होता था, जिनके पति ही उनका बलात्कार करते थे. दुःख की बात तो यह थी कि उन्हें पता ही नहीं होता था कि उनका बलात्कार हो रहा है. वह तो पत्नी धर्म निभाने में लगी रहती हैं और इस पत्नी धर्म की आड़ में उनके साथ बलात्कार होते रहता है. उसी दौरान एक औरत ने हमें अपनी कहानी बताई थी.

करीब 50 साल की एक औरत ने अपने पति के बार में बताते हुए कहा था “वो आज मुझे अगर अपने पास बैठने के लिए बुलाते भी हैं तो उनके पास जाकर बैठने का मन नहीं करता. मन भी कैसे करे, शादी होते ही घर की सारी जिम्मेदारी मेरे सर थोप दी गई, दिन भर काम करके शरीर बिल्कुल जवाब दे देता था. उम्र भी बहुत कम थी मेरी. मगर काम के बाद जब आराम करने का मन होता तो पति घर आते ही बिस्तर में चलने के लिए बोलते. अगर मना करो तो फिर घर में बवाल… मैं अगर बोलती कि आज रहने दो बहुत थक गई हूँ तो वो भड़कने लगते, कहते कि मैं जो थका हूँ उसका क्या? मेरी इससे थकान दूर होती है और वैसे भी तू तो दिन भर घर में ही रहती है. अब किस बात की पत्नी जो पति का थकान भी दूर न करे.”

उस औरत का कहना था कि सम्बन्ध बनाना मेरे लिए कोई प्यार नहीं रहा बल्कि सज़ा थी मेरे लिए. अपने पति की इस हरकत के कारण मुझे उससे कभी प्यार ही नहीं हुआ. शायद प्यार तो मेरे पति ने भी मुझसे कभी नहीं किया. उनके लिए तो मैं बस उसकी ज़रुरत पूरी करने वाली मशीन थी. उसके घर का सारा काम करने वाली और दूसरा सम्बन्ध बनाकर उसकी थकान दूर करने वाली औरत…

यह तो बस एक औरत की कहानी हैं. ऐसी कई औरतों से हमारी मुलाकात होती थी. मगर एक ख़ुशी हुई थी हमारे समझाने और बात करने से कुछ औरतों ने अपने पति को मना करना भी शुरू भी किया था…

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