India

‘ख़ूनी व्यापमं’ की 9 सबसे रहस्यात्मक मौतें

BeyondHeadlines News Desk

शैलेश यादव : 50 वर्षीय शैलेश यादव राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे थे और व्यापम घोटाले के आरोपित भी. उन्हें राज्यपाल के लखनऊ आवास पर मार्च में मृत पाया गया था. पारिवारिक सदस्यों ने उन्हें डायबिटिक बताया और कहा कि सुबह उनके मरने की ख़बर हुई, पर कुछ रिपोर्टो में इसे ज़हर से हुई मौत कहा गया था. पोस्टमार्टम से भी मरने के कारणों का निर्धारण नहीं हो सका.

विजय सिंह : ज़मानत पर रिहा चल रहे इस आरोपित की लाश छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक लॉज में पायी गयी थी. फार्मासिस्ट के रूप में सरकारी नौकरी करने वाले सिंह के कमरे या भोजन में ज़हर या अन्य ख़तरनाक चीज़ नहीं पायी गयी थी. इनके परिवार ने मामले की जांच की मांग की है.

नम्रता दामोर : इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज की छात्र नम्रता दामोर की लाश 7 जनवरी, 2012 को उज्जैन के पास रेल पटरी पर मिली थी. वह एक हफ्ते से कॉलेज से लापता थी. दामोर का नाम 2010 में कदाचार से मेडिकल परीक्षा पास करनेवालों संदिग्धों में था.

डॉ. डी.के. साकाले : साकाले जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन थे और इनकी मृत्यु जुलाई, 2014 में हुई थी. व्यापम घोटाले से जुड़े छात्रों  के निलंबन के बाद हंगामे के कारण साकाले महीने भर की छुट्टी पर थे. ख़बरों के अनुसार, उन्हीं दिनों जलने के कारण साकाले की मौत हो गयी थी.

रमेंद्र सिंह भदौरिया : इस वर्ष जनवरी में प्राथमिकी दर्ज होने के कुछ दिन बाद भदौरिया ने आत्महत्या कर ली. एक सप्ताह के बाद उसकी माता ने भी तेजाब पीकर आत्महत्या कर ली. परिवार का आरोप है कि भदौरिया पर घोटाले के सरगनाओं द्वारा चुप रहने के लिए बहुत दबाव डाला जा रहा था.

नरेंद्र सिंह तोमर : इंदौर जेल में पिछले माह तोमर की मौत ने व्यापम को फिर चर्चा में ला दिया है.

डॉ राजेंद्र आर्य : तोमर की मौत के 24 घंटे के अंदर ग्वालियर में आर्य की मृत्यु हो गयी. वे साल भर से ज़मानत पर थे.

अक्षय सिंह : अक्षय इंडिया टूडे ग्रुप के पत्रकार थे. वो नम्रता दामोर के पिता मेहताब सिंह दामोर का इंटरव्यू करने के बाद दामोर के घर के बाहर ही खड़े थे. तभी अचानक उनके मुंह से झाग आना शुरू हो गया. और फिर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इंडिया टूडे ग्रुप ने अक्षय की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अक्षय की मौत की वजह अभी साफ नहीं है.

डॉ. अरुण शर्मा : डॉ. अरुण जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन थे. दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके के उप्पल होटल में रविवार तड़के कमरा नंबर 234 में उनका शव मिला. बताया जाता है कि दो दिन पहले ही अरुण शर्मा ने व्यापमं मामले की जांच कर रही एसआईटी को 200 दस्तावेज़ सौंपे थे. डॉ. शर्मा के पिता एन.के. शर्मा मध्य प्रदेश में कांग्रेस के अध्यक्ष, सांसद और गृहमंत्री रहे हैं.

Loading...

Most Popular

To Top

Enable BeyondHeadlines to raise the voice of marginalized

 

Donate now to support more ground reports and real journalism.

Donate Now

Subscribe to email alerts from BeyondHeadlines to recieve regular updates

[jetpack_subscription_form]