BeyondHeadlines News Desk
बिहार के समस्तीपूर ज़िले के एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षकों का अमानवीय चेहरा सामने आया है. बच्चों को दंड देने के लिए इन्होंने ऐसा तरीक़ा अपनाया कि आप सुनकर हैरान हो जाएंगे.
8-9 साल के पांच मासूम बच्चों ने होमवर्क नहीं किया तो शिक्षक ने जमकर जुल्म ढाए. न सिर्फ फटकारा, बल्कि कड़ी धूप में मुर्गा बना दिया. जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो उनकी पीठ पर ईंट लाद दी. बच्चे कड़ी धूप में परेशान रहें पर किसी को कोई रहम नहीं आया. बताया जा रहा है कि ऐसा स्कूल के हेडमास्टर के निर्देश पर किया गया था.
यह घटना मंगलवार को समस्तीपूर ज़िले के सिंघिया प्रखंड के महाराजपूर प्राथमिक विद्यालय की है. यह स्कूल दरभंगा के कुशेश्वरस्थान की सीमा से सटा है. सभी प्रताड़ित बच्चे महाराजपुर गांव के हैं और चौथी व पांचवीं कक्षा में पढ़ते हैं.
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों व स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्कूल में रोज़ाना की तरह मंगलवार को बच्चे पढऩे पहुंचे. चौथी के तीन व पांचवीं के दो बच्चे जब अपनी क्लास में गए तो शिक्षक ने होमवर्क चेक करना शुरू किया. पता चला कि महाराजपुर गांव के ही पांच बच्चों ने होमवर्क नहीं किया है. इस पर गुस्से से लाल शिक्षक ने इसकी जानकारी हेडमास्टर को दी. फिर उनके आदेश पर होमवर्क नहीं करने वाले बच्चों को मुर्गा बना दिया गया. उनके ऊपर एक-एक ईंट रख दी गई. कड़ी धूप में बच्चे बिलबिलाते रहे, लेकिन शिक्षकों का दिल नहीं पसीजा.
इस बाबत हेडमास्टर से पूछे जाने पर उन्होंने अजीबो-गरीब जवाब दिया. हेडमास्टर हीरा राम ने कहा कि बच्चों को मारने-पीटने पर सुप्रीम कोर्ट की रोक है. पर हमें तो बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्हें रास्ते पर लाना तो है. इसलिए दंड देने के लिए मुर्गा बनाने का तरीक़ा अपनाया गया.
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ब्रजेश कुमार ओझा ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. यह मामला डीएम के भी संज्ञान में आया है. डीएम के आदेश पर बीईओ से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है. इस संबंध में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.