BeyondHeadlines News Desk
लखनउ: माधौगढ़ जालौन में उच्च जाति के लोगों ने एक दलित को पहले पीटा फिर चाकू से उसकी नाक काट ली. उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने एक दावत में उनके साथ बैठ कर खाना खा लिया था.
दरअसल यह घटना उस वक़्त घटित हुई जब गोहन थाने के रामनगर में रहने वाले अमर सिंह दोहरे आठ फरवरी को सुरपतिपुरा गांव के महेन्द्र सिंह के बेटे उदय की शादी में उन्नाव गए थे. वहां बारातियों के खाना खाने के समय अमर भी सभी के साथ बैठकर खाना खाने लगे. तभी बगल में शराब के नशे में बैठे ऊंची बिरादरी के तीन-चार लोगों ने उसके साथ बैठकर खाने पर एतराज किया. विरोध करने पर उसकी पिटाई शुरू कर दी. जब आसपास के लोगों ने समझाया इससे शादी का माहौल खराब होगा, तो उस समय वे मान गए. दूसरे दिन बारात के गांव लौटने पर तीनों युवकों ने उसे बस से खींच कर बेरहमी से पिटाई की और चाकू से उसकी नाक भी काट दी. पुलिस ने बेहोशी की हालत में उसका मेडिकल करवाया. पुलिस का कहना है कि मारपीट में नाक में चाकू लगी है, आरोपियों की तलाश की जा रही है.
इस घटना पर बोलते हुए रिहाई मंच के नेता लक्षमण प्रसाद ने आज जारी एक प्रेस बयान में कहा कि ये घटना साफ करता है कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार सामंती ताक़तों का खुला संरक्षण कर रही है. यह खुला संरक्षण प्रदेश में बढ़ रहे महिला उत्पीड़न की घटनाओं में साफ दिखाई देता है, जिसे दबाने का प्रयास स्थानीय स्तर के थाने कर रहे हैं.
रिहाई मंच के नेता हरे राम मिश्र ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था और राजनैतिक भ्रष्टाचार के खिलाफ रिहाई मंच धरने पर बैठेगा. प्रदेश मंत्रिमंडल के कई नेताओं पर जिस तरह से अवैध खनन में शामिल होने तथा उसे संरक्षण देने का मामला प्रकाश में आया है, वह प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार संरक्षण की नीति को पूरी तरह से उजागर करता है.
उन्होंने कहा कि धरने में खालिद मुजाहिद के इंसाफ का सवाल, निमेष आयोग की रिपोर्ट पर एक्शन टेकेन रिपोर्ट जारी करने, आतंकवाद के नाम पर कैद बेगुनाहों के अदालत से बरी होने के बाद उनके पुर्नवास के सवाल, सजा से ज्यादा समय तक जेलों में बंद लोगों को तत्काल रिहा करने समेत महिला सुरक्षा, कृषि, दवाओं के मूल्य वृद्धि समेत कई अन्य मागें शामिल रहेंगी.