BeyondHeadlines News Desk
सरायकेला: तबरेज़ अंसारी की मॉब लिंचिंग के बाद पूरे देश में गुस्सा है. बुधवार को देश के क़रीब 80 शहरों में एक साथ धरना-प्रदर्शन व कैंडल मार्च किया गया. इन सब ख़बरों के बीच ख़बर है कि जिस धातकीडीह गांव में तबरेज़ की पिटाई की गई थी, उसी गांव की महिलाओं ने 30 अज्ञात लोगों पर एफ़आईआर दर्ज कराई है.
आरोप है कि इन अज्ञात लोगों ने गांव में आकर धातकीडीह की महिलाओं को गंभीर परिणाम भुगतने व बम से उड़ाने की धमकी दी. जिसके बाद यहां की महिलाओं ने सरायकेला थाना इस संबंध में एफ़आईआर दर्ज कराई. इस संबंध में जमशेदपुर के दैनिक हिन्दुस्तान अख़बार ने ख़बर प्रकाशित की है.
ये अख़बार बता रहा है कि प्राथमिकी के अनुसार 24 जून की सुबह लगभग 11 बजे चार पहिया वाहन पर चेहरा ढंके लगभग 30 लोग गांव में हथियार लेकर आए और गंदी-गंदी गालियां देने लगे. उन लोगों ने महिलाओं को गालियां देते हुए बम से उड़ाने की धमकी दी. महिलाओं ने गांव में सुरक्षा की मांग करते हुए उन अज्ञात लोगों पर कार्रवाई की मांग की है. आरोप है कि इन वाहन पर एमआईएमआईएम का झंडा व बोर्ड लगा था.
इस एफ़आईआर के बाद यहां की सीओ गीतांजली कुमारी धातकीडीह गांव पहुंचकर महिलाओं के साथ बैठक की और पूरे मामले की जानकारी ली.
सीओ ने कहा महिलाओं से कहा कि गांव में पूरी सुरक्षा दी गई है. किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है.
यहां सवाल यह भी है कि जब गांव में सुरक्षाबल तैनात हैं तो ऐसे में कैसे एक साथ 30 लोग हथियार के साथ गांव में पहुंच गए और महिलाओं की धमकी तक दे डाली. आख़िर वहां तैनात सुरक्षा बल क्या कर रहे थे. बता दें कि गांव में तैनात सैप व सैट के जवानों के लिए उच्च विद्यालय धातकीडीह में कैंप बनाया गया है.
