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बिहार के दो चमत्कारिक डिप्टी सीएम और दोनों में है ये चमत्कारिक विशेषताएं

बिहार में ये अद्भूत चमत्कार ही है कि दो नेताओं की उम्र थम सी गई. और उम्र थम जाने से भी बड़ा चमत्कार ये है कि दोनों अब सूबे के उप मुख्यमंत्री हैं. हालांकि बिहार के इतिहास में भी ये पहली बार ही हो रहा है कि यहां एक साथ दो उप मुख्यमंत्री बने हैं.

बात बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी की हो रही है. कटिहार से विधायक बने तारकिशोर प्रसाद के चुनावी हलफ़नामें से ये पता चलता है कि साल 2005 में वो महज़ 48 साल के थे. साल 2010 में उनकी उम्र में सिर्फ़ और सिर्फ़ 1 साल का इज़ाफ़ा हुआ. यानी चार साल के लिए उनकी उम्र थमी रह गई. ऐसे में 2010 में वो 49 साल के हुए.

ये करामात उनकी ज़िन्दगी में आगे भी देखने को मिलता है. साल 2015 में भी 2 साल के लिए उनकी उम्र थमी रह गई. यानी 2015 में वो 52 साल के हुए. लेकिन अब साल 2020 में वो 64 साल के हैं. यानी चमात्कारिक तौर पर वो पिछले पांच सालों में 12 साल बड़े हो गए.

बेतिया विधायक रेणु देवी की कहानी भी चमात्कारिक है. रेणु देवी ने चुनाव आयोग को दिए ख़ुद के हलफ़नामे में ही यह बताया है कि अभी उनकी उम्र 60 साल है. जबकि इससे पहले 2015 में उनकी उम्र सिर्फ़ 52 साल थी. यही जानकारी उन्होंने चुनाव आयोग को 2010 विधानसभा चुनाव में भी दी थी. यानी दस साल पहले भी वो 52 साल की ही थीं.

कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती. अक्टूबर 2005 में रेणु देवी ने चुनावी हलफ़नामे में अपनी उम्र 46 साल बताई थी. यानी अक्टूबर 2005 से सितंबर 2010 के बीच उनकी उम्र 6 साल बढ़ गई. जबकि जनवरी 2005 चुनाव में इन्होंने अपनी उम्र 47 साल बताई थी.

रेणु देवी की उम्र भले ही रूक गई लेकिन सम्पत्ति चुनाव के बाद बढ़ी हुई ज़रूर दिखी. 2005 चुनाव में रेणु देवी के पास सम्पत्ति के नाम पर 41.31 लाख रूपये थे. लेकिन 2010 चुनाव में ज़बरदस्त उछाल आया. इनकी सम्पत्ति इतनी तेज़ी से बढ़ी कि आप सोच भी नहीं सकते. यानी अब वो 2.11 करोड़ की मालकिन बन चुकी थीं. जबकि 2015 में इनकी सम्पत्ति 2.45 करोड़ हो चुकी थी. अब वो 3.69 करोड़ रूपये की मालकिन हैं.

लेकिन तारकिशोर प्रसाद की उम्र जितनी तेज़ी में बढ़ी है, उतनी तेज़ी में संपत्ति नहीं बढ़ सकी. लेकिन इसमें इज़ाफ़ा ज़रूर हुआ है. साल 2005 में तारकिशोर प्रसाद के पास 76.90 लाख की संपत्ति थी. साल 2010 में बढ़कर 1.72 करोड़ हो गई. साल 2015 में इनकी संपत्ति में थोड़ी गिरावट आई. इस बार इनके पास 1.33 करोड़ ही था. लेकिन साल  2020 में इनकी संपत्ति फिर से बढ़कर 1.89 करोड़ हो गई है. यानी गरीब बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री करोड़पति हैं.

दोनों में समानता इस बात की भी है कि दोनों अपने अपने क्षेत्र से इस बार चौथी बार चुनाव जीते हैं. साथ ही दोनों की शिक्षा इंटरमीडिएट तक ही हुई है. रेणु देवी ने 1977 में मुज़फ़्फ़रपुर के महिला शिल्प कला कॉलेज से इंटरमीडिएट किया है, वहीं तारकिशोर प्रसाद ने दरभंगा के एल.एन.एम. यूनिवर्सिटी के दर्शन शाह कॉलेज, कटिहार से 1974 में ही डिग्री हासिल की थी.

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