‘बीजेपी के अजय राय’ दाउद से मंगाते थे AK-47!

Beyond Headlines
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Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines

अगर बिहार के पूर्व डीजीपी की अति-गोपनीय रिपोर्ट को सही माना जाए तो ‘बीजेपी के अजय राय’ का आई.एस.आई. और दाऊद से कनेक्शन था और वो एके-47 जैसे हथियार मंगाते थे.

बनारस से कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय का एक बेहद ही चौंका देने वाला पहलू सामने आया है. अजय राय पर दाऊद इब्राहिम, आई.एस.आई. और राष्ट्र विरोधी तत्वों के सिंडीकेट से मिली भगत होने का संगीन आरोप है.

खास बात यह है कि जिस वक़्त यह बातें सामने आई थी, उस समय अजय राय बीजेपी के विधायक थे.

बिहार के पूर्व डीजीपी डी.पी. ओझा ने अगस्त 2003 में बिहार के गृह विभाग को 82 पन्नों की एक खुफिया रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में उस वक़्त वाराणसी की कोलासला विधानसभा से बीजेपी के विधायक अजय राय पर एक ऐसे खतरनाक सिंडिकेट से सांठ-गांठ का आरोप है, जिसका संबंध कश्मीरी आतंकियों, दाऊद इब्राहिम और यहां तक कि आई.एस.आई. से था.

रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी विधायक अजय राय इस सिंडिकेट के खुंखार सरगना शहाबुद्दीन के सीधे सम्पर्क में थे. शहाबुद्दीन से अजय राय को एके-47 की सप्लाई भी होती थी. बाहुबली मुख्तार अंसारी भी इसी सिंडिकेट का हिस्सा था. इस सिंडिकेट के तार सीधे तौर पर दाउद इब्राहिम और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. से जुड़े थे.

रिपोर्ट में शहाबुद्दीन के 24 सरगनाओं की ज़िक्र है, जिसमें दाऊद से लेकर मुख्तार असांरी, गोपालगंज के सतीश पांडे, गोरखपूर के अनिल सिंह उर्फ गुड्डू सिंह व दिनेश तिवारी, मुज़फ्फरपूर का परवीन श्रीवास्तव, बेतिया के अफ़रोज़ व वकील मियां, बुलंदशहर का भुपेंद्र त्यागी, पडरौना का रमेश राय, सतीश व राजेश यादव, सहरसा का पप्पू देव, समस्तीपूर का दीपक, नालंदा का छोटा संतोष, महुआ का विधायक रामा सिंह, सिवान के पूर्व भाजपा विधायक विक्रम कुंवर, आरा के विधायक सुनील  पांडे, गोपालगंज के मुकुल राय के साथ-साथ कोलासला विधायक अजय राय तक सभी शामिल हैं.

यही अजय राय अब कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं और कांग्रेस आला कमान ने इन्हें बनारस चुनाव में हरी झंडी दे रखी है. अजय राय ने इलेक्शन कमीशन के सामने दिए गए अपने एफिडेविट में अपने उपर 9 मामलों का ज़िक्र किया है, जिसमें गैंगस्टर को दो मामले शामिल हैं.

इस रिपोर्ट पर भले ही अब तक कोई कार्रवाई न की गई हो, पर अब चुनाव के इस मौसम में सामने आ जाने के बाद बनारस में बीजेपी नेता अजय राय के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं. हालांकि इनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि जिस वक़्त यह रिपोर्ट सामने आई थी. उस समय अजय राय बीजेपी विधायक थे. रिपोर्ट में दर्ज दूसरे विधायक भी बीजेपी में शामिल थे. ऐसे में चाल, चरित्र व चेहरे की बात करने वाली पार्टी अपने पूर्व नेता के आई.एस.आई. और दाऊद इब्राहिम से संबंधों वाले चरित्र पर बग़ले झांकते दिखाई दे रही है.

दिलचस्प बात यह है कि भाजपा का यही विधायक अब नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी भी है. यानी कांग्रेस और बीजेपी दोनों का चरित्र इस मामले में एक सा है. दोनों ही पार्टियां ऐसे उम्मीदवारों को चुन-चुनकर टिकट देती हैं, जिनका अपराधिक रिकॉर्ड शर्मसार करने वाला होता है.

अजय राय बस एक ऐसा ही उद्धाहरण है जो कांग्रेस व बीजेपी दोनों ही पार्टियों के असली चरित्र की क़लई खोलता है. बनारस का चुनाव इन दोनों ही पार्टियों के एक जैसे मुखौटे की हैरान करने वाली बानगी पेश करता है….

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