BeyondHeadlines News Desk
याकूब मेमन ने जेल के भीतर सिक्योरिटी गार्ड से कहा है कि उसकी फांसी का राजनीतिकरण किया जा चुका है. याकूब ने कहा, ‘मुझे पता है, मैं मरने वाला हूं.’
नागपुर जेल में बंद याकूब मेमन ने बैरक के पास तैनात गार्ड से अपने दिल का हाल सुनाया. याकूब ने कहा कि अब कोई चमत्कार ही उसे बचा सकता है.
अपनी बेटी से मिलना चाहता है याकूब
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, याकूब मेमन ने अपनी बेटी से मिलने की इच्छा जाहिर की है. याकूब को इस बात का पूरा यकीन हो चला है कि उसे फांसी की सजा होने वाली है. याकूब जेल में दिनभर यही पूछता रहा कि उसकी याचिका पर कोर्ट में क्या हुआ?
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने याकूब मेमन की याचिका खारिज कर दी है, जिससे उसकी फांसी का रास्ता लगभग साफ हो चुका है. राष्ट्रपति से दया याचिका खारिज होते ही उसकी फांसी पर मुहर लग जाएगी. हालांकि वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के नेतृत्व में कई वकील और सामाजिक कार्यकर्ता मुख्य न्यायधीश के घर पहुंचे हैं और वो याक़ूब की फांसी को 14 दिनों के लिए रोकने की मांग कर रहे हैं.
उनका तर्क है कि राष्ट्रपति की तरफ से दया याचिका खारिज होने और फांसी होने के बीच 14 दिन का अंतर होना चाहिए.