Himanshu Singh for BeyondHeadlines
अगर आपको लगता है कि हवाई यात्रा करते समय आपका सामान विमानन कंपनियों के पास सुरक्षित है तो आप गलत हैं. हाल ही में सस्ते बजट की एयरलाइन कंपनियों के विमानों में यात्रा के दौरान सामान के गायब हो जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं.
हालाँकि सामान खो जाने पर या कहीं और पहुँच जाने पर विमानन कंपनियां सामान खोजने में मदद तो मुहैया करवाती हैं और सामान न मिलने की स्थिति में कुछ हर्जाना भी देती हैं पर इसके लिए हास्यास्पद नीतियां तय की गई हैं.
बेहतर सेवाओं का दावा करने वाली इंडिगो विमानन कंपनी की नीति के अनुसार सामान खो जाने पर और न मिलने पर हर्जाना तय किया गया है, जिसके अंतर्गत यात्री को खोये हुए सामान के एवज में दौ सौ रूपए प्रति किलो के हिसाब से दिया जाएगा. इसके साथ ही हर्जाने की अधिकतम राशि तीन हज़ार से अधिक नहीं हो सकती. इंडिगो के विमान में बंगलौर से जयपुर की यात्रा पर आई अर्चिता सिसोदिया का सामान जयपुर हवाई अड्डे पर गायब मिला.
उन्होंने बताया कि जयपुर पहुंचने पर उनका बैग खुला हुआ था और उसमें से उनके कपड़े, इलेक्ट्रोनिक उपकरण और अन्य कीमती सामान गायब थे. जब उन्होंने एयरलाइन अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की तो उन्होंने आश्वासन तो ज़रूर दिया लेकिन कोई मदद नहीं की.
जब अर्चिता ने हेल्पलाइन से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि खोये हुए सामान की एवज में उन्हें २०० रूपए प्रति किलो के हिसाब से भुगतान किया जाएगा.
इस नीति के खिलाफ़ जब अर्चिता ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की तो उन्हें सूचित किया गया कि यात्री के सामान गायब होने और क्षति पहुंचने में विमानन कंपनी की जिम्मेदारी नहीं है.
(Himanshu Singh is a Journalist working with Press Trust of India.)
