India

अब युद्ध ज़मीन पर नहीं, साईबर स्पेस पर लड़ा जाएगा

BeyondHeadlines News Desk

नई दिल्ली : चर्चा फाउंडेशन, नई दिल्ली व BeyondHeadlines के तत्वाधान में आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में  ‘सफल वक्ता कैसे बने’ और ‘आज के दौर में न्यू मीडिया का रोल व प्रयोग’ विषय पर एक द्विसीय वर्कशॉप आयोजित की गई.

‘सफल वक्ता कैसे बने’ विषय पर जेएनयू के रिसर्च स्कॉलर अब्दुल हफीज़ गांधी ने इसकी अहमियत बताते हुए कहा कि अच्छा बोलना अपने आप में एक कला है और इसको कोशिश और लगन के साथ सीखा जा सकता है. श्री गाँधी ने बोलने की कला की बहुत सी विधियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा की कोई भी जन्म से वक्ता नहीं होता. हफीज़ गाँधी ने कहा की स्टेज का डर बढ़िया से बढ़िया वक्ता को होता है और यह स्वाभाविक है लेकिन इसको बार-बार बोलने और स्टेज से बोलने के बाद कम किया जा सकता है.

IMG_1141 (2)

वहीं ‘आज के दौर में न्यू मीडिया का रोल व प्रयोग’ विषय पर दैनिक भास्कर से जुड़े दिलनवाज़ पाशा ने न्यू मीडिया के प्रैक्टिकल बातों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि सरकार भी अब न्यू मीडिया की अहमियत समझने लगी है. आगे विश्व युद्ध ज़मीन पर नहीं, बल्कि साईबर स्पेस पर लड़ा जाएगा. दिलनवाज़ पाशा ने न्यू सोशल मीडिया को किस तरह तालीमी और समाजी कामों के लिए इस्तेमाल किया जाये इस पर रौशनी डाली. उन्होंने कहा की सोशल मीडिया का प्रभाव दिन प्रति दिन बढता जा रहा है. सोशल मीडिया से लोगों ने कई क्रांतियों को जन्म दिया है. आज का युवा सोशल मीडिया से बहुत बड़ी तादात में जुड़ा हुआ है. दिलनवाज़ पाशा ने बताया की सबसे बड़ी समस्या सोशल मीडिया पर विश्वनीयता की है. सोशल मीडिया पर तो तस्वीर या खबर लोग बताते हैं उस पर कम विश्वास लोग करते है क्योंकि कई राजनैतिक दलों ने अपने लोगों को प्रोपेगंडा करने के लिए बैठाया हुआ है. दिलनवाज़ पाशा ने कहा की सोशल मीडिया की एक कमी है की इससे अमीर और गरीब के बीच बड़ा खला पैदा हो रहा है. सोशल मीडिया वही लोग देख और इस्तेमाल कर पा रहे है जिनके पास बढ़िया मोबाइल और लैपटॉप खरीदने के लिए पैसा है. गरीब आदमी तो आज भी इस सोशल मीडिया की पहुँच से दूर है.

इस वर्कशॉप में जवाहरलाल नेहरु विश्वविधालय, दिल्ली विश्वविधालय, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविधालाय और दिल्ली लॉ उनिवार्सिती के छात्रो ने हिस्सा लिया। वर्कशॉप के बाद सभी हिस्सा लेने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट भी दिए गये.

स्पष्ट रहे कि चर्चा फाऊन्डेशन और बियॉन्डहेडलाइन्स ने पिछले महीने भी सूचना के अधिकार पर एक कार्यशाला किया आयोजन किया था. चर्चा फाऊनदेसन और बियॉन्ड हेडलाइन्स की कोशिश है की सूचना का अधिकार, इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग, न्यू सोशल मीडिया और पढने के अधिकार पर ज्यादा से ज्यादा कार्यशालाएं कराई जायें. हम इन प्रोग्राम्स को लेकर जियादर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जायेंगे.

23 मार्च को चर्चा फाउंडेशन और BeyondHeadlines सूचना के अधिकार और इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग कर्य्शालयों का आयोजन अलीगढ मुस्लिम विश्वविधालय में कर रही है.

जवाहरलाल नेहरु विश्वविधालय में इस वर्कशॉप का संचालन श्री मेराज अहमद और धन्यवाद ज्यापन श्री आशीष शुक्ल ने दिया.

Loading...

Most Popular

To Top

Enable BeyondHeadlines to raise the voice of marginalized

 

Donate now to support more ground reports and real journalism.

Donate Now

Subscribe to email alerts from BeyondHeadlines to recieve regular updates

[jetpack_subscription_form]