Culture & Society

लैला तेरी ले लेगी… तू लिख के ले ले…

Fahmina Hussain for BeyondHeadlines

पिछले दिनों इंदौर के एक अधिवक्ता कमलेश वासवानी ने कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर कहा कि औरतों के खिलाफ़ जो भी अपराध हो रहे हैं उनके लिए बहुत हद तक ज़िम्मेदार इन्टरनेट पर आसानी के साथ मौजूद पोर्न साईट हैं. अभी इस पर बहस हो ही रही थी कि ईस्ट दिल्ली के गांधी नगर में पांच साल की बच्ची के साथ दरिंदगी से गैंगरेप की खबरें आने लगी और इस खबर के बीच यह कहीं दब कर रह गई. जबकि यदि देखा जाए तो अधिवक्ता कमलेश वासवानी  की यह बात सौ फीसद सही मालूम पड़ती है. और वैसे भी पुलिस के पूछताछ में यह बात सामने आ चुकी है कि आरोपी मनोज ने बलात्कार के पहले दोस्तों के साथ शराब पीकर ब्लू फिल्म देखी थीं. पुलिस को आरोपी मनोज के मोबाइल में कई अश्लील क्लिप भी मिलें थे.

मौजूद आंकड़े बताते हैं कि आज 20 करोड़ से अधिक पोर्न विडियो इन्टरनेट में पड़े हुए हैं, जिन्हें कोई भी डाउनलोड करके देख सकता है. इन पोर्न विडियो में औरतों के साथ क्रूर, हिंसक व्यवहार, बलात्कार, बच्चों के साथ यौन सम्बन्ध इत्यादि दिखाए जाते हैं. लेकिन हमारे समाज व सरकार को यह क्यों नहीं लगता कि अपरिपक्व बच्चों के मष्तिष्क पर इन सबका बुरा असर पड़ता है और संभव हो कि इसके नतीजे में बलात्कार और औरतों के साथ हिंसा जैसे अपराधों में वृधि हो रही हो ?

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आइएमआरबी के 2011 के सर्वेक्षण में पता चलता है कि भारत में हर पांच में से एक मोबाइल उपभोक्ता 3जी वाले अपने फोन पर अश्लील सामग्री चाहता है. वहीं नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि भारत में साइबर अपराधों की सूची में पोर्न सबसे ऊपर है. और विशेषज्ञों के मुताबिक इसे रोकने के लिए अभी भारत में कोई कानून नहीं है.

यह कितना अजीब है कि साइबर क्राइम रोकने के लिए सरकार के पास कोई सख्त क़ानून नहीं है. यही वजह है कि सेक्स माफिया अब इन्टरनेट यूजर  को अपना निशाना बना रहें हैं. पहले वो आपको यहाँ सेक्स का ज्ञान देंगे. आप को वर्चुअल सेक्स के लिए प्रेरित करेंगे. फिर यदि आप उनके झांसे में फंसकर कुछ पलों के मनोरंजन के लिए उनके इशारे पर काम करते हैं, तो वो आपका वेबकैम विडियो सेव करके उसे इन्टरनेट के माध्यम से अश्लील  वेबसाइटों पर डाल देंगे. आपको पता भी नहीं चलेगा और आप रातों रात एक पोर्न स्टार…

एक रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों को अपने जाल में फांसकर झारखंड के मुख्य शहरों रांची, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह में ब्लू फिल्म बनाने वाले धंधेबाजों का बाजार गर्म है. धनबाद में लगभग पांच अश्लील एमएमएस, झरिया में दर्जनों एमएमएस और भौंरा क्षेत्र में तीन अश्लील एमएमएस बनाये जाने के मामले उजागर हो चुके हैं. यही नहीं, रांची के रातू रोड, कांके रोड, ओबरब्रिज, फिरायलाल चैंक पर खड़ी धंधेवालियों को भी कुछ रुपए देकर अश्लील वीडियो धड़ल्ले से बनाये जाते हैं, जिसे सेक्स माफिया 3000 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक कीमत देकर खरीद लेते हैं. उसके बाद इसका मनचाहा इस्तेमाल मनचाही कीमत वसूल कर करते हैं. धनबाद के अधिवक्ता वरूण कुमार बताते हैं कि लड़की के जान-पहचान वाले भी इस कुकृत्यों में शामिल होते हैं. ऐसे कई मामले न्यायालय में चल रहे हैं, परंतु गवाह नहीं होने के कारण लड़कियों को न्याय नहीं मिल पाता.

यही नहीं, कर्नाटक के तीन मंत्री भी विधानसभा में बैठकर स्मार्टफोन पर पोर्न वीडियो को बड़े गौर से देखते नज़र आए. उनकी इस हरकत को टेलीविजन कैमरे में कैद कर लिया गया. विधानसभा के पवित्र परिसर में पोर्नोग्राफी देखने की वजह से उन्हें मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा. यह घटना एक हकीकत का हाइप्रोफाइल नमूना भर है.

नवंबर, 2011 में मिडवाइफ भंवरी देवी की राजस्थान के नेता महिपाल मदेरणा के साथ सेक्स सीडी आने के बाद, कर्नाटक के सेक्स कांड को लेकर जन प्रतिक्रिया नाराजगी से लेकर मन-बहलाव के बीच रही. इसमें अचंभे का पुट कहीं नहीं था. एक ओर जहां  राजनैतिक दल सियासी जंग में नैतिकता की बात कर रहे थे, वहीं मीडिया प्रोफेशनल प्रीतिश नंदी ने इन्हें ”3 इडियट्स” कह कर बात को रफा-दफा कर दिया.

मई, 2011 में जेएनयू के 22 वर्षीय छात्र जनार्दन कुमार ने भी अपनी दोस्त के साथ अंतरंग क्षणों का वीडियो बनाया और जब उसकी दोस्त ने उसे नकार दिया तो उसने वीडियो को ब्लैकमेलिंग का हथियार बना लिया.  जनवरी 15, 2013  राजस्थान के एक होटल में रुके नवदंपति का अश्लील वीडियो बनाकर उसे 35 पोर्न वेबसाइटों पर अपलोड कर दिया गया, जिसकी शिकायत नोएडा में की गई और पुलिस ने जालंधर से पोर्न वेबसाइट के दो मालिकों को गिरफ्तार कर लिया है.

उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक भारत में लगभग 30 करोड़ लोग वर्तमान समय में इंटरनेट का प्रयोग कर रहे है. इन्टरनेट इस्तेमाल करने वाले अधिकतर व्यक्ति पोर्न साईट यूज करते ही हैं. यह बात काफी यक़ीन के साथ कहा जा सकता है कि 100 में से 80 लोगों ने ऐसी साइटें कभी ना कभी विजिट  ज़रूर की होगी. लेकिन इसके बावजूद सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. जबकि साइबर क्राइम को रोकने के लिए नेपाल सरकार ने 60 से ज्यादा पोर्न साइट्स पर बैन लगा दिए हैं. चीन में भी इस तरह के साइट्स पर बैन है. यहाँ तक कि गूगल को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. लेकिन हमारी भारतीय सरकार तो कान में तेल डाल कर सोइ हुई है. ये तो तभी जागेगी जब इनके घर की बहु-बेटी के इज्ज़त पर बात आएगी…

हमारे देश की हालत तो ऐसी हो है गई कि गैंगरेप पर सिर्फ टीआरपी व हिट्स के लिए चिल्लाने वाली मीडिया भी हमेशा अश्लीलता परोसने में लगी हुई है. प्रतिष्ठित अखबार दैनिक भास्कर की वेबसाइट समेत हिंदी की कई अच्छी खासी वेबसाइटों ने हद कर दी है. अखबारों, मैग्जीनों, वेबसाइटों में तो तेल मालिश कर लिंग बड़ा करें, वक्ष बड़ा करें, वगैरह-वगैरह का विज्ञापन तो अब आम हो चुका है. प्रतिष्ठित वेबसाइटों में अब सीधे पोर्न का वीडियो दिखाना हद नहीं तो क्या है. ‘समाचार’ के नाम पर अश्लीलता परोसने वाली वेबसाइटस का क्या करें?

मेरे अनगिनत सवाल हैं. पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोई नैतिक शिक्षा की बात क्यों नहीं करता? कोई पोर्न साईट पर बैन लगाने की मांग क्यों नहीं करता? जहाँ  से हर गन्दी सोच की शुरुआत होती है. आजकल 90% युवा के मोबाइल में पोर्न मूवीज रहती हैं. बलात्कारी कोई आसमान से नहीं टपका है. उसकी सोच समाज में रह कर ही गन्दी हुई है.

खैर, अब सुनिए जनाब हमारी पोर्न स्टार सन्नी लीओन मोहतरमा कहती हैं ”पोर्न स्टार का मतलब वेश्या नहीं है.” शूटआउट वडाला में अब मोहतरमा पर तो गाना भी फिल्माया गया है ” लैला तेरी ले लेगी तू लिख के ले ले…” वाह रे हमारे समाज के ठेकेदार… इसपर इनकी नज़र कब पड़ेगी? और अगर हम ऐसे ही देखते रहें तो एक दिन ज़रूर यह लैला (पोर्न) हमारी भारतीय समाज की ले लेगी, आप हमसे लिख कर ले लें…

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