Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
लखनऊ : प्रतापगंज के कुंडा में शहीद हुए सीओ ज़ियाउल हक़ मर्डर केस में सीबीआई ने आज यानी शुक्रवार को सीबीआई कोर्ट में पहली चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. इस चार्जशीट की सबसे खास बात यह है कि इसमें पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह का नाम नहीं है. जिससे माना जा रहा है कि राजा भैया को क्लीन चिट मिलना तय है. लेकिन ज़ियाउल हक़ की पत्नि परवीन आज़ाद का कहना है कि अभी इतनी जल्दी किसी को खुश होने की ज़रूरत नहीं है. अभी सीबीआई की यह पहली चार्जशीट है. वैसे भी सीबीआई ने रघूराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया के पॉलिग्राफिक टेस्ट के लिए अर्जी डाल दी है. संभवतः 13 जून को राजा भईया का पॉलिग्राफिक टेस्ट होगा. फिर उसके बाद उसके खिलाफ ज़रूर आरोप तय होंगे. इसलिए अभी सीबीआई जांच पर किसी भी तरह की टिप्पणी करना सही नहीं है, बल्कि हमें दूसरी चार्जशीट का इंतज़ार करना चाहिए. आगे परवीन आज़ाद ने कहा कि मुझे पूरा यक़ीन है कि मुझे इंसाफ ज़रूर मिलेगा.
स्पष्ट रहे कि सीबीआई के एफआईआर में राजा भईया के साथ-साथ गुलशन यादव, हरिओम श्रीवास्तव, रोहित सिंह और गुड्डू सिंह की भी नाम है, लेकिन अभी पहली चार्जशीट में इन पर आरोप तय नहीं हुआ है. (BeyondHeadlines के पास एफआईआर की कॉपी मौजूद है.)
सीबीआई ने सीओ जियाउल हक मर्डर केस में योगेन्द्र ऊर्फ बब्लू को मुख्य आरोपी बनाया है. अन्य तेरह आरोपियों में जगत बहादुर पाल, पवन, रामलखन गौतम, मुन्ना पटेल, राघवेन्द्र, फूलचन्द्र, शिवराम पासी, राम आश्रय, मंजीत, छोटेलाल, घनश्याम सरोज और सुधीर प्रमुख हैं. इन सबको सीओ हत्याकांड का आरोपी बनाया गया है. वहीं सुरेश यादव हत्याकांड पर सीबीआई ने फाइनल रिपोर्ट लगाते हुए कहा कि सुरेश की मौत एक दुर्घटना थी. उसकी मौत अपने तंमचे से गोली लगने के कारण हुई थी. सीओ पर हमले के दौरान सुरेश की मौत हो गई थी.
