Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
अमरीकी अंतरिक्ष शोध संस्था नासा भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और इतिहास के सबसे महान राष्ट्रवादी नेता नरेंद्र मोदी की सेवाएं लेने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं. नासा के वाशिंगटन स्थित मुख्यालय में अंतरिक्ष विज्ञानियों और अमरीकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की एक अत्यंत गुप्त और महत्वपूर्ण बैठक में नरेंद्र मोदी से संपर्क करने का फ़ैसला लिया गया है.
अमरीकी रक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक अमरीकी वैज्ञानिकों का एक दल जल्द ही नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात कर सकता है. लेकिन इस अहम मुलाक़ात से पहले अमरीकी राजनयिकों का एक दल भारत आकर नरेंद्र मोदी से विधिवत रूप से माफ़ी मांगेगा और इस अहम मुलाक़ात के लिए उनसे वक़्त मांगेगा.
यदि नरेंद्र मोदी ने अमरीकी वैज्ञानिकों के दल से मिलने के लिए सहमति दे दी तो फिर उनसे अंतरिक्ष में ‘मानवता के विस्तार’ लिए शुरू किए गए एक अहम (लेकिन अब तक पूर्ण रूप से गुप्त रखे गए) कार्यक्रम पर चर्चा की जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक अमरीकी वैज्ञानिक नरेंद्र मोदी की हवा बनाने की क्षमता से बेहद प्रभावित हैं. भारतीय मीडिया में नरेंद्र मोदी के हवा बनाने को लेकर प्रकाशित हो रही ऊल-जलूल ख़ब़रों जिन्हें आप पेड न्यूज़ भी कह सकते हैं, को अमरीकी अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है.
अमरीकी अधिकारी और वैज्ञानिक में ये विश्वास पैदा हो गया है कि नरेंद्र मोदी कहीं भी हवा बना सकते हैं. इसी विश्वास ने उन्हें उम्मीद दी है कि नरेंद्र मोदी मंगल गृह पर भी हवा बना सकते हैं. मोदी के इसी गुण को ध्यान में रखकर नासा मंगल गृह पर हवा बनाने की एक अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम में लग गया है.
इस परियोजना के तहत मोदी को मंगल गृह पर भेजा जाएगा और उन्हें मानवों के रहने योग्य वातावरण बनाने के लिए ज़रूरी हवा बनाने के काम में लगाया जा सकता है. हालांकि कुछ सूत्र इस बात को लेकर भी आशंकित हैं कि यदि मोदी ने मंगल गृह पर हवा बनाने के लिए मना कर दिया तो उन्हें कैसे राज़ी किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अमरीकी वित्त मंत्रालय के एक विशेष दल को भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी से सेंटिंग करने के काम पर लगा दिया गया है. अमरीका में यह धारणा बन रही है कि मोदी अंबानी के इशारे पर चलते हैं और उम्मीद है कि अंबानी के कहने पर मोदी मंगल गृह पर हवा बनाने के लिए तैयार हो सकते हैं.
यदि ऐसा संभव हुआ तो भारतीय प्रखर राष्ट्रवाद के लिए यह सबसे सुनहरा दिन होगा. इससे भारत का नाम न सिर्फ़ समूचे विश्व बल्कि अंतरिक्ष में भी स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. इस ख़बर के लीक होने के बाद भारतीय राष्ट्रवादियों में जश्न का माहौल है और जगह-जगह नमो-नम हवा बनाओं यात्राएं भी निकाली जा रही हैं. बुरा ना मानो होली है…
