आम आदमी पार्टी के आशुतोष के खिलाफ फतवा…

Beyond Headlines
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Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines

आम आदमी पार्टी के टोपी पर फतवा के बाद अब चांदनी चौक उम्मीदवार आशुतोष के खिलाफ भी फतवा जारी कर दिया गया है. यह फतवा भारत के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था फिरंगी महली के एक मुफ्ती द्वारा जारी किया गया है.

फिरंगी महल, लखनउ के दारूल इफ्ता के इदारा शरीआ के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती अब्दुल इरफान मुहम्मद नैमुल हलीम क़ादरी द्वारा जारी इस फतवा में कहा गया है कि “आज की सियासत में बहुत से लोग मुसलमानों के मसीहा बनते हैं. मगर अंदर ही अंदर गला काटने की कोशिश करते हैं.”

आगे इस फतवे में कहा गया है कि “आज की नई सियासी पार्टी ‘आप’ में आशुतोष का शामिल होना सिर्फ मुफाद परस्ती और इस्लाम दुश्मनी का फैलाव करना दिखाई देता है, इसकी वजह इनके ब्लॉग में लिखी गई बातें हैं. जो खुले तौर पर इस्लाम और पैग़म्बर इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले सलमान रश्दी और तस्लीमा नसरीन की हिमायत को ज़ाहिर करती हैं और जिसको कोई भी गैरतमंद मुसलमान बर्दाश्त नहीं कर सकता है, भले वो अपनी जान ही क्यों न दे दे.”

FATWA AGAINST AAM AADMI PARTYइस फतवे में इस बात का भी ज़िक्र किया गया है कि आशुतोष ने किस प्रकार मुसलमानों को दहशतगर्द बताने की कोशिश की है. और आखिर में मुसलमानों को यह संदेश दिया गया है कि “अब ऐसे इस्लाम दुश्मन आशुतोष की हिमायत में अगर एक मुसलमान भी वोट देता है, तो वो दुनिया व आखिरत में अपने अंजाम को सोच ले.”

इस सिलसिले में हमने मुफ्ती अब्दुल इरफान से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हुई. लेकिन उनके बेटे मो. फैजान का कहना है कि यह मेरे अब्बू की अपनी निजी राय है. इसे दारूल इफ्ता के साथ जोड़ कर न देखा जाए. ऐसे में इसे फतवा कहना मुनासिब नहीं होगा.

स्पष्ट रहे कि इससे पूर्व आम आदमी पार्टी के टोपी पर भी फतवा जारी किया जा चुका है. यह फतवा वाराणसी के शाही मस्जिद के शाही इमाम व मुफ़्ती बोर्ड बनारस के सचिव मौलानां हसन अहमद हबीबी और मुफ़्ती ए बनारस अहले सुन्नत मोईनुद्दीन फारुकी ने जारी किया था. इस फतवे में उन्होंने कहा था कि आप की टोपी पर झड़ू का निशान होता है और किसी भी गंदी चीज़ को सर का ताज नहीं बनाना चाहिए. इसलिए मुसलमान इस टोपी को न पहनें.

इतना ही नहीं, दिल्ली ओखला इलाके में दिल्ली इमाम व मदारिस आर्गनाइजेशन व अन्य संस्थाओं ने भी आम आदमी पार्टी को वोट न देने के लिए यहां के मुसलमानों से अपील की है. इस अपील में यहां तक कहा गया है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक ही सिक्के के दो रूख हैं.

इतना ही नहीं, एक अपील में यह भी कहा गया है कि अरविन्द केजरीवाल मुसलमानों के लिए मोदी से कम खतरनाक नहीं है, उसने बीजेपी की तर्ज पर अपने 49 दिन की सरकार में मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया. सच तो यह है कि उसका बीजेपी के साथ सांठ-गांठ है. उसका सबूत खुद केजरीवाल व उनका खास कुमार विश्वास कई बार मीडिया के माध्यम से दे चुके हैं. यहां तक कह डाला कि ‘मैं मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता हूं.’ हालांकि दूसरी तरफ इस इलाके में जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द ने आम आदमी पार्टी के राजमोहन गांधी को वोट देने की अपील की है.

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