Avdhesh Kumar for BeyondHeadlines
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री बन सकते हैं. मतगणना के बाद राजधानी के सियासी गलियारों में इस बात की अटकलें तेज़ हो गई है कि लोकसभा में करारी हार के बाद कांग्रेस एक रणनीति के तहत केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने की फिराक में है.
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा की भारी जीत को देखते हुए कांग्रेसियों को भय है कि यदि दिल्ली में मध्यावधि चुनाव हुआ तो यहां भी भगवा पूरी तरह से छा जायेगा और केंद्र के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी की राज्य सरकार पर भी उसका कब्जा हो जायेगा. ऐसे में भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस के रणनीतिकार एक बार फिर से आम आदमी पार्टी को दिल्ली की कुर्सी देने की रणनीति बनाने में जुट गये हैं.
सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव में अपनी स्थिति भांप कर कांग्रेस ने इस रणनीति पर बहुत पहले से काम करना शुरू कर दिया था. शायद इसी रणनीति के तहत कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने जाने से पहले आम आदमी पार्टी को अपने कार्यालय के लिए दिल्ली स्थित साकेत में एक बडा प्लाट आनन-फानन में एलाट कर दिया.
गौरतलब है कि केजरीवाल ने 49 दिन तक दिल्ली में शासन करने के बाद लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर विगत 14 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उस समय उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर सरकार को जनहित के काम न करने देने का आरोप लगाया था. फिलहाल इस समय दिल्ली में राष्ट्रपति शासन है.
बाद में आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी 400 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये थे. केजरीवाल स्वयं नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़े, लेकिन बुरी तरह पराजित हुए. लगभग डेढ़ साल पहले पैदा हुई इस पार्टी ने फिलहाल पंजाब से चार सांसद पाने में सफल रही.