By Afroz Alam Sahil
बिहार के जीतन राम मांझी के साथ वाक़ई चमत्कार हो रहा है. जहां दुनिया के तमाम इंसानों की उम्र बढ़ती है, वहीं ‘हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की उम्र बढ़ने के बजाए घट रही है. बतौर मुख्यमंत्री 31 दिसम्बर, 2014 को दिए अपने एक हलफ़नामे में जीतन राम मांझी ने अपनी उम्र 70 साल बताई थी. लेकिन सोमवार को ज़िला जहानाबाद के मख़दूमपूर विधानसभा क्षेत्र से भरे अपने नामांकन के हलफ़नामे में मांझी ने अपनी उम्र 69 साल बताई है. यानी इनकी उम्र बढ़ने के बजाए घट रही है.
जीतन राम मांझी इससे पहले भी अपनी उम्र को लेकर विवादों में रहे हैं. क्योंकि मई, 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने के समय चुनाव आयोग को दिए अपने हलफ़नामे में मांझी ने अपनी उम्र 68 बताई थी, लेकिन दिसंबर, 2014 में मांझी ने अपनी उम्र 70 साल बताई. यानी सात महीने में उनकी उम्र दो साल बढ़ गई. और अब वो 69 साल के हैं. जबकि 2013 में भी जीतन राम मांझी ने अपने एक हलफ़नामे में अपनी उम्र 69 साल ही बताई थी. ये हलफ़नामा उन्होंने बतौर मंत्री दिया था.
पिछले साल जीतन राम मांझी के घटती-बढ़ती उम्र पर बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने सवाल खड़ा किया था. तब मांझी नीतिश कुमार के जनता दल (यूनाईटेड) में थे. पर अब मांझी बीजेपी गठबंधन के अहम चेहरा हैं. ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि सुशील कुमार मोदी जीतन राम मांझी की घटती उम्र पर क्या कहते हैं? साथ ही यह भी देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग जीतन राम मांझी के साथ हो रहे इस चमत्कार पर क्या एक्शन लेती है? (Courtesy: TwoCircles.net)