अफ़रोज़ आलम साहिल, BeyondHeadlines
सड़कों पर पैदल चलने वाले मुसाफ़िरों के लिए हमारी देश की सड़कें पहले से ज़्यादा ख़तरनाक होती जा रही हैं. आंकड़ें बताते हैं कि देश में हर दिन 56 पैदल यात्रियों की सड़क हादसों में मौत हो रही है.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ें बताते हैं कि पैदल यात्रियों के साथ दुर्घटना में 33.1 फ़ीसद की बढ़ोत्तरी हुई है. साल 2016 में जहां पैदल यात्रियों के साथ हुए हादसों की संख्या 46,823 थी, वहीं 2017 में ये संख्या 62,344 है.
इन दुर्घटनाओं में साल 2016 में 15,746 लोगों की मौत हुई, वहीं 2017 में 20,457 पैदल यात्रियों ने अपनी जान गंवाई. यानी मरने वालों की संख्या में भी क़रीब 29.9 फ़ीसद की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं घायल होने वालों की बात करें तो साल 2017 में 54,090 हज़ार लोग घायल हुए हैं.
पैदल यात्रियों के लिए तमिलनाडू की सड़कें सबसे ख़तरनाक साबित हो रही हैं. यहां साल 2017 में 3507 पैदल चलने वाले मुसाफ़िर अपनी जान गंवा चुके हैं. दूसरा स्थान महाराष्ट्र का है. यहां 1831 पैदल यात्रियों की जान गई है. इनमें 1503 मर्द और 328 औरतें शामिल हैं. तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है. यहां 1379 पैदल यात्रियों की जान गई है.
इन घटनाओं की बढ़ती संख्या के पीछे सबसे बड़ी वजह फुटपाथ का न होना है. ज़्यादातर सड़कों पर फुटपाथ तलाशने से भी नहीं मिलता है. अधिकतर फुटपाथ पर अतिक्रमण है. लोगों ने पाटकर इसे अपने दुकान-मकान में मिला लिया है तो कहीं फुटपाथ लोगों के लिए पार्किंग के लिए आदर्श स्थान बन चुके हैं. और सरकार पैदल चलने वाले लोगों पर कभी ध्यान नहीं देती. लेकिन अब सरकार को इस दिशा में सोचना होगा कि कैसे इस देश के आम लोग सुरक्षित घर वापस आ सकें.
हालांकि हमारी भी ज़िम्मेदारी है कि हम भी ट्रैफिक नियमों का पालन करें. याद रखें सड़क पर ट्रैफिक नियम सिर्फ़ गाड़ी चलाने वालों के लिए ही नहीं होते, बल्कि ये नियम पैदल यात्रियों पर भी लागू होते हैं.
क्या करें और क्या न करें?
— हमेशा फुटपाथ का इस्तेमाल करें. जहां फुटपाथ न हो, वहां सड़क के दाहिनी ओर चलें ताकि आपको विपरित दिशा से आ रही गाड़ियां आसानी से नज़र आए. बाईं ओर चलने से पीछे से आने वाली गाड़ियां नज़र नहीं आती हैं, ऐसे में ये ज़्यादा ख़तरनाक है.
— पैदल चलने वाले लोगों के लिए जहां क्रॉसिंग हो, उसी के ज़रिए सड़क पार करें. लेकिन जहां ऐसा न हो, वहां दोनों तरफ़ ट्रैफिक लाईट और गाड़ियां देखने के बाद ही अपने क़दम आगे बढ़ाएं. कोशिश करें कि आस-पास फुटओवर ब्रिज या सब-वे हो तो फिर हर हाल में उसी का इस्तेमाल करें. जेब्रा क्रॉसिंग पर कभी भी खड़े न रहें.
— सड़क पर चलते समय खुद को मोबाईल से दूर रखें. कान में लीड डालकर गाना सुनने से हर हाल में बचें. फोन पर बात भी न करें.
— सड़क पर चलते समय अख़बार, सड़क पर लगे पोस्टर या होर्डिंग्स की ओर ध्यान न दें.
— याद रखें सड़क पर चलते समय हमेशा सतर्क रहें. जहां ट्रैफिक जाम है, उसकी उल्टी दिशा में फुटपाथ के किनारे न चलें.
— सड़क पर पैदल निकलने से पहले कोशिश करें कि दिन में हल्के रंग के या फिर चमकदार कपड़े पहनें ताकि ये कपड़े दूर से ही गाड़ी सवार को नज़र आए.
— बच्चों के साथ पैदल निकलने पर उनका ख़ास ध्यान रखें. बच्चों को हमेशा फुटपाथ के अंदर की तरफ़ रखें और अच्छे से उनका हाथ थामे रहें.
— और हां, चलती बस के पीछे न भागें. सड़क के बीच में बने बैरियर न फांदें. शराब पीकर सड़क पर बिल्कुल भी न जाएं.