BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली: देश में महिलाओं के प्रति यौन अपराध में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. यौन अपराधियों का राष्ट्रीय डाटाबेस ‘नेशनल डाटाबेस ऑफ सेक्सुअल ऑफेंडर्स’ के मुताबिक़ यहां 28 दिसम्बर, 2018 तक बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, महिलाओं को छेड़ने, पीछा करने (स्टॉकिंग), बच्चों के शोषण जैसे यौन अपराधों में शामिल अपराधियों के 4,93,778 रिकार्ड दर्ज हो चुके हैं.
ये जानकारी लोकसभा में गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर ने दी है.
बता दें कि महिलाओं की सुरक्षा संबंधी पहलों के एक भाग के रूप में गृह मंत्रालय ने 20 सितम्बर, 2018 को यौन अपराधियों का राष्ट्रीय डाटाबेस यानी एनडीएसओ शुरू किया है. यह ऑनलाईन सुविधा विशिष्ट रूप से अंतर-प्रचालनीय दांडिक न्याय प्रणाली की सुविधा वाली विधी प्रवर्तन एजेंसियों के उपयोग के लिए है.
बताया जाता है कि भारत ऐसा करने वाला दुनिया का नौवां देश बन गया है. इसका रख-रखाव और नियमित निगरानी नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा किया जाएगा वहीं राज्य पुलिस द्वारा इसकी ट्रैकिंग की जाएगी.
जब इस डाटाबेस की शुरूआत की गई थी तब इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने पुलिस को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करने को कहा जिनमें कोई पति विवाह के तुरंत बाद अपनी पत्नी को छोड़ देता है.
हैरान कर देने वाली बात ये है कि यौन अपराधों में शामिल अपराधियों के दर्ज 4,93,778 रिकार्डस का किया क्या गया, इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.