BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली: जामिया के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग स्थित एडवांस पावर इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च लैबोरेट्री के इंचार्ज डॉ. एहतेशामुल हक़ और उनकी रिसर्च टीम ने क़रीब 20 लाख रुपये मूल्य का पुरस्कार जीता है. स्विट्ज़रलैंड की विश्व प्रसिद्ध कंपनी टाइफून एचआईएल द्वारा ’10 फ़ॉर 10′ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें इस रिसर्च टीम द्वारा भेजे गए स्मार्ट सोलर इन्वर्टर मॉडल को कंपनी ने परखा और रिसर्च टीम को एचआईएल-402 नामक मशीन पुरस्कार स्वरूप दी है जिसकी क़ीमत भारतीय बाज़ार में 20 लाख रुपये है. एचआईएल-402 एक रियल टाइम सिम्युलेटर है जिसका इस्तेमाल पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, माइक्रोग्रिड और रिन्यूएबल एनर्जी ऍप्लिकेशन्स में होता है. इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में अमेरिका, एशिया, यूरोप और अफ्रीक़ा की टीमों ने हिस्सा लिया.
डॉ. एहतेशामुल हक़ की इस रिसर्च टीम में बी.टेक, एम.टेक और पीएचडी के छात्र शामिल हैं. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर ज़ेड.ए. जाफ़री ने इस टीम को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया था.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर ज़ेड.ए. जाफ़री, डॉ. एहतेशामुल हक़ और उनकी रिसर्च टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रमाण है कि जामिया में उच्च स्तरीय रिसर्च का कार्य हो रहा है जिसको विश्व स्तरीय संस्थान भी मान रहे हैं. उम्मीद है जामिया रिसर्च के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा.
हाल ही में डॉ. एहतेशामुल हक़ को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई ‘स्पार्क’ स्कीम के तहत रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ग्रांट भी मिली है.