#2Gether4India

देश में बढ़ती नफ़रत को पाटने की कोशिश में इस ईद मुस्लिम युवाओं की एक अनोखी पहल

BeyondHeadlines News Desk

देश में बढ़ते नफ़रत के माहौल के बीच ईद के पाक मौक़े पर मुहब्बत व भाई-चारे का एक नायाब पहल सोशल मीडिया पर शुरू हुआ है. इस पहल के ज़रिए #PyarKiSevai को लोगों के घरों और दिलों तक पहुंचाने की अपील की जा रही है.

बता दें कि #PyarKiSevai मुहिम की पहली कोशिश यह है कि देश का हर मुसलमान भाई अपने हिन्दू, सिक्ख, ईसाई, जैन, बौद्ध यानी हर धर्म के भाईयों के साथ मिलकर खाए. इसके साथ ही मुल्क में जो ग़रीब-ग़ुरबा हैं, जिनके घरों में चुल्हा जलने के लाले पड़ जाते हैं, उन्हें भी इस #PyarKiSevai की सौग़ात दी जाए. ये मशाल एक घर से चले और पूरे मुल्क में रोशनी बिखेर दे. यही इस मुहिम की कोशिश भी है और संकल्प भी…

सोशल मीडिया पर मुस्लिम नौजवानों से ये अपील किया जा रहा है कि, इस मुहिम को अपने ज़िन्दगी में शामिल करें. इससे जुड़ी तस्वीर #PyarKiSevai के साथ आने वाले ईद के दिन सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि यह मुहिम दूर तक पहुंच सके और यह सिलसिला एक खूबसूरत आन्दोलन में तब्दील हो जाए…

सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक मैसेज को आप यहां भी देख सकते हैं:—

देश में तेज़ी से घट रहे अफ़रा-तफ़री के हालातों और नकारात्मक सोच की तेज़ी से बढ़ती बेलों के बीच मुक़द्दस ईद आ पहुंची है.

आईए! इस ईद के मौक़े पर एक नया संकल्प लें. संकल्प कुछ नया रचने का. कुछ नया पैदा करने का. एक नई सोच फैला देने का. एक दूसरे की मदद करने का. एक दूसरे की तरक़्क़ी में खुश होने का. एक दूसरे के दुखों को काटने की पूरज़ोर कोशिश करने का. मुल्क में फ़ैलाई जा चुकी नफ़रत की लकीरों को इंसानियत की चादर से पाट देने का. और इस ‘नए’ की जड़ में सिर्फ़ एक लफ़्ज़ अंगड़ाईयां ले रहा हो. और उस लफ़्ज़ का नाम है —हिन्दुस्तानियत…

बहुत हो चुकी नकारात्मकता की खेती, बहुत हो चुका तोड़ने, नष्ट करने, उखाड़ फेंकने और विरोध करने की जद्दोजहद… माफ़ कीजिएगा… नफ़रत का जवाब नफ़रत या विरोध से बिल्कुल भी नहीं दिया जा सकता. नफ़रत का अगर सचमुच जवाब देना है तो मुहब्बत का इस्तेमाल कीजिए… और इसके लिए इस ईद से बेहतर कोई और दिन हो ही नहीं सकता है. वैसे भी ईद मिठास घोलने का त्योहार है. ज़िन्दगी के खुशनुमेपन की सेवई में डूबो देने का पर्व है. एकता व भाईचारे का दिन है. आंतरिक प्रेम की वर्षा का दिऩ है. दुश्मनों से भी गले मिलने का दिन है.

तो आईए! इस ईद पर एक संकल्प लेते हैं. संकल्प प्यार की सेवई घर-घर पहुंचाने का. #PyarKiSevai को ज़िन्दगी जीने के जज़्बे के साथ जोड़ देने का. ये कोई मुश्किल काम नहीं है. ज़रूरत बस एक पहल की है. शुरूआत सबसे पहले अपने पड़ोस से हो. मुझे यक़ीन है कि एक रोज़ पड़ोस-पड़ोस से गुंथी जा रही मुहब्बत की ये माला पूरे देश में फैल जाएगी और नकारात्मक व नफ़रत की राजनीत के ज़हर को जड़ से ख़त्म कर जाएगी.

ये ईद इसी खुशनुमा व मुक़द्दस जज़्बे की गवाह बने. ऐसा ही हो, ऐसा ही फूले-फले. इसी दुआओं के साथ आप सभी को ईद मुबारक…

आपका अपना दोस्त

अफ़रोज़ आलम साहिल

Loading...

Most Popular

To Top

Enable BeyondHeadlines to raise the voice of marginalized

 

Donate now to support more ground reports and real journalism.

Donate Now

Subscribe to email alerts from BeyondHeadlines to recieve regular updates

[jetpack_subscription_form]