BeyondHeadlines News Desk
जयपुर: राजस्थान के अलवर में एक बार फिर हिंसक भीड़ ने एक शख़्स की जान ले ली है. मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ ये शख़्स पिछले तीन दिनों से ज़िन्दगी-मौत से जंग लड़ रहा है. इसमें जीत मौत की हुई और शुक्रवार को दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया.
ये मामला अलवर ज़िले के चौपानकी थाना इलाक़े की है. आज से चार दिन पहले मंगलवार यानी 16 जुलाई की शाम दलित युवक हरीश जाटव अपनी बाइक से कहीं जा रहा था. तभी इस इलाक़े के फसला गांव में इसकी बाइक से एक महिला को टक्कर लग गई. इससे मौक़े पर मौजूद गुस्साई भीड़ ने पकड़कर जमकर पिटाई की.
गंभीर रूप से घायल हरीश को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन हालत अधिक बिगड़ने के कारण वहां से गुरुवार देर रात परिजन उसे दिल्ली ले गए. वहां शुक्रवार को सुबह हरीश ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ ये शख़्स झिवाना गांव का रहने वाला था. हरीश के चार बच्चे थे.
बताया जा रहा है बाइक से टक्कर और हरीश की पिटाई को लेकर गुरुवार को ही दोनों पक्षों की तरफ़ से मामले दर्ज करा दिए गए हैं. पुलिस-प्रशासन हालात पर नज़र रखे हुए है.
उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में मॉब लिंचिंग की पूर्व में भी कई घटनाए हो चुकी हैं. मॉब लिंचिंग को लेकर अलवर देशभर में बदनाम है. पहले यहां पहलू ख़ान और रकबर ख़ान की पीट-पीट कर हत्या की गई. फिर 2018 में 30 दिसंबर की सुबह मोहम्मद सगीर कथित गोरक्षकों के हत्थे चढ़ गया. गंभीर रूप से घायल इस युवक की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई थी.