अखिलेश सरकार में दलितों की बढ़ती मुश्किलें…

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BeyondHeadlines News Desk

उत्तर प्रदेश के पिछले विधान सभा चुनावों में समाजवादी पार्टी की जीत के साथ ही दलितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मार्च, 2012 में हरदोई जिले के सण्डीला तहसील की जाजूपुर ग्राम सभा में राम सेवक पुत्र हीरा की 3 बीघा खड़ी फसल पर चन्द्र प्रकाश सिंह ने ट्रैक्टर चला दिया.  वहीं चन्द्र प्रकाश सिंह, नागेन्द्र सिंह, गुडडू सिंह व पुलंदर सिंह समय-समय पर राम सेवक व गांव के अन्य दलितों को आतंकित करते रहे हैं. लम्बे समय तक गांव के प्रभावशाली लोग दलितों की ज़मीन पर काबिज रहे हैं.

मार्च, 2012 में ही इसी ग्राम सभा के ग्राम प्रधान राजाराम की फसल कल्लू पुत्र लालू ने ज़बरदस्ती काट ली. शिकायतें करने के बावजूद उपर्युक्त मामलों में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है.

मामला सिर्फ इतना भर ही नहीं है.  21 जून, 2012 की रात में उन्नाव जिले की सफीपुर तहसील की सकहन राजपुतान ग्राम सभा में तीन दलित परिवारों राम प्रकाश पुत्र बैजू, नन्हे पुत्र हेम्मा व राजू पुत्र शिव प्रसाद की प्रत्येक की साढ़े छह बीघे पर ख़डी फसल पड़ोस की ग्राम सभा गोडि़याबाग के दो भाइयों होरी लाल व भीखम ने काट ली. इस पर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. इस गांव में 11 दलित परिवारों ने 122 बी 4 एफ के तहत भूमि पर स्वामित्व के लिए दावा किया हुआ है जिसमें उपर्युक्त तीन परिवार भी शामिल हैं.

इलाहाबाद के शंकरगढ़ में मुन्नी लाल, जो अनुसूचित जाति के हैं, की ज़मीन का एक केसरवानी परिवार ने धोखे से बैनामा करा लिया. पिछली सरकार में जांच के उपरांत यह ज़मीन प्रशासन ने अपने कब्जे में ले ली. कुछ दिनों पहले मुन्नी लाल की झोपड़ी में आग लगा दी गई. इस मामले में भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है.

इसी ज़ुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए लोक राजनीति मंच व सोशलिस्ट पार्टी की ओर से आज 4 सितम्बर, 2012 से हरदोई गांव की अम्बेडकर प्रतिमा पर अनिश्चितकालीन धरना रखा जाएगा.

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