BeyondHeadlines News Desk
समाचार एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी की राजधानी बर्लिन के एक चर्च में सैंकड़ों शरणार्थियों ने धर्म परिवर्तन किया है.
ईरान और अफ़ग़ानिस्तान से आए ये मुसलमान अब ईसाई बन गए हैं.
इनमें से कई का कहना है कि सच्ची आस्था के कारण उन्होंने धर्म परिवर्तन किया है.
लेकिन इसकी वजह धर्म परिवर्तन के कारण जर्मनी में स्थायी शरण मिलने की संभावना अधिक दिखती है.
अफ़ग़ानिस्तान और ईरान जैसे कट्टर इस्लामवादी देशों से आए ये शरणार्थी लौटने पर अपनी जान को ख़तरा बता सकते हैं जिसके बाद जर्मनी शायद ही उन्हें उनके देश वापस भेजे.

जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने कहा था कि जर्मनी में इस्लाम के लिए जगह है.
धर्म परिवर्तन करने वाले ज़्यादातर शरणार्थियों का उद्देश्य भले ही जर्मनी में स्थायी शरण पाकर बेहतर जीवन की संभावनाएं तलाशना हो लेकिन इससे उन लोगों के लिए मुश्किल हो सकती है जो सच्ची आस्था से धर्म परिवर्तन करते हैं.
एक ईरानी महिला ने एपी से कहा कि उसने शरण पाने के लिए ही धर्म परिवर्तन किया है. महिला के मुताबिक अधिकतर लोग इसलिए ही धर्म परिवर्तन कर रहे हैं.
जर्मनी में कुल कितने मुसलमानों में धर्म परिवर्तन किया है इसका कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं है.
लेकिन ऐसे लोगों की संख्या जर्मनी की चालीस लाख मुस्लिम आबादी की तुलना में न के बराबर ही है.
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