Abhinaw Upadhyay for BeyondHeadlines
भारत एक युवा देश है और यहां युवाओं से बदलाव की उम्मीद की जाती है. लेकिन बदलाव एक दिन में नहीं हो सकता. ज़रूरत आज हम सब को मिलकर आवाज़ उठाने की है. उक्त बातें सिने अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने लड़कियों की शिक्षा और उनके बेहतर जीवन के लिए यूनीसेफ द्वारा आयोजित कैम्पेन के शुभारंभ के अवसर पर कहा. उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल के इरफान पठान के साथ मिलकर डी2सी नामक बेवसाइट का भी लोकार्पण किया.
दिल्ली में हुए गैंग रेप की घटना को दुखद और शर्मनाक बताते हुए प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि यह एक बेहद शर्मनाक घटना है मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि लोग पूरी तरह से अपनी मानसिकता में बदलाव लाए. हां, यह बदलाव अचानक नहीं आ सकता. हम सब मिलकर धीरे-धीरे ही सही, इसे बदलेंगे. इसे आवाम की आवाज़ बनाना होगा. लोगों को लड़कियों के मामले में अपना नज़रिया बदलना होगा.
गैंग रेप के बाद दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन में बालीवुड की उपस्थिति न होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह ज़रूरी नहीं कि हम अपना विरोध दिल्ली में आकर ही दर्ज करें. दिल्ली न आने से हमारा विरोध या पीड़िता के प्रति संवेदना कम नहीं हो सकती.
उन्होंने अभिभावकों से लड़कियों के किसी भी मुद्दे पर आगे आने को कहा है. उन्होंने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं अपनी मां बाप की बदौलत हूं. क्योंकि उन्होंने मुझे इस लायक बनाया कि मैं जो चाहूं वो बन सकूं. आज यह समझने की ज़रूरत है कि लड़की केवल जिम्मेदारी नहीं है यह भविष्य की साथी भी है.
यूनीसेफ के भारत के प्रतिनिधि लुइस जार्ज ने भारत में लड़कियों की दशा पर चिंता जाहिर की और यूनीसेफ की पहल में लोगों से जुड़ने का आह्वान किया. दिल्ली डेयरडेविल्स के हेमंत दुआ ने कहा कि लड़कियों का मुद्दा भारत में बड़ा है और हम क्रिकेट के माध्यम से अपनी बात लोगों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं. लड़कियों के जो अधिकार हैं उसके क्रियान्वयन की ज़रूरत है. इस अवसर क्रिकेटर इरफान पठान भी मौजूद थे. उन्होंने इस कैंपेन से जुड़कर खुशी जाहिर की. इस कार्यक्रम का संचालन गीतांजलि ने किया.
