Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
‘गुड़िया’ के लिए न्याय को लेकर राजधानी दिल्ली में अभी लोगों का गुस्सा शांत भी नहीं हुआ है कि बिहार के पश्चिम चम्पारण ज़िला में गैंगरेप का दूसरा मामला देश के लोगों के सामने आ गया है.
दरअसल, बिहार के पश्चिम चम्पारण ज़िला के एक छोटा सा शहर मझौलिया के एक गांव में एक लड़की के साथ प्रेमी के फरार होने के बाद से ही दो पक्षों के बीच तनाव कायम हो गया था. धीरे-धीरे यह तनाव आक्रोश में बदल गया और बदला लेने के लिए दूसरे पक्ष ने प्रेमी के मां व बहन के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया.
बेतिया एसपी सुनील नायक मेघावत BeyondHeadlines से बातचीत में बताया कि लड़की के परिजनों ने प्रेमी की बहन के साथ-साथ उसकी मां से भी गैंगरेप किया. इतना ही नहीं दोनों मां-बेटी के साथ एक ही कमरे एक-दूसरे के सामने यह कारनामा अंजाम दिया गया.
मां-बेटी से घटना की जानकारी लेने के बाद आज सुबह एसपी सुनील नायक मेघावत के अलावा एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल, मझौलिया थानाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार भील के साथ पीड़िता के गांव पहुंचे. एसपी ने बताया कि इस मामले में तेरह लोगों को आरोपित करते हुए एफआईआर दर्ज की गई है. मुख्य आरोपी रामलखन सिंह यादव कालेज के कर्मी सुरेश यादव की पत्नी समेत तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें सुभाष यादव, एकबाली यादव व अवध देवी शामिल हैं. एसपी सुनील नायक मेघावत ने यह भी बताया कि सुरेश यादव के घर से मां-बेटी के फटे कपड़े मिले हैं, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा.
पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात 11 बजे शौच के लिए निकली मां-बेटी को फरार प्रेमिका के भाई व उसके छह समर्थकों ने पकड़ लिया. दोनों का मुंह दबाकर घसीटते व कंधे पर उठाकर सुरेश यादव के घर ले गए. वहां मां के सामने ही बेटी के कपड़े फाड़ डाले. उसके बाद मां को भी नंगा करके दोनों से गैंगरेप किया. एक ही छत के नीचे मां-बेटी की अस्मत लूटती रही. मां-बेटी के चिल्लाने का कोई असर नहीं हुआ. दोनों के बेहोश होने के बाद ही दुष्कर्मियों ने उन्हें मुक्त किया.
एसपी के साथ-साथ मझौलिया थानाध्यक्ष ने भी यह बताया कि यह गैंगरेप पूरी तरह पूरी से फिल्मी स्टाईल में किया गया.
गांव में मानवता शर्मसार होती रही और समाज के ठेकेदार कहलाने वाले सफेदपोश तमाशबीन बने रहे. हद तो यह है की नामजद सुरेश यादव व उसकी पत्नी अवध देवी इस कुकृत्य को देखते रहे और तमाशबीन बने रहे.
एसडीपीओ के मुताबिक इस गैंगरेप के मामले में अभी दस लोगों का गिरफ्तारी बाकी है. जिसका प्रयास किया जा रहा है. इसमें सुरेश यादव व उसके दो पुत्र साहेब व गुड्डू यादव, गांव के रंगीला यादव, किशोर यादव, भीम यादव, अजय यादव, हृदया यादव, लाल बाबू यादव तथा माधो यादव का नाम शामिल है.