BeyondHeadlines News Desk
उत्तर प्रदेश के रिहाई मंच से जुड़े राजीव यादव ने BeyondHeadlines को बताया है कि खालिद मुजाहिद की मौत नहीं, बल्कि हत्या की गई है. लाश मिलने के बाद उसके व शरीर से कई जगह खून के निशान मिले हैं. इसके साथ ही गले पर भी ज़ख्म के निशान हैं वो बिल्कुल ताज़े हैं. यानी खालिद मुजाहिद को पुलिस वालों ने खुद ही मारा है.
राजीव यादव ने यह भी बताया है कि जब कोर्ट में खालिद की पेशी हुई तब वो कुर्ता-पाजामा पहनकर आया है, लेकिन पुलिस वालों ने जो लाश सौंपी है, उसके शरीर पर लोअर है. आखिर ऐसा कैसे मुमकिन है?
पिपुल्स कैंपेन अगेंस्ट पॉलिटिक्स ऑफ टेरर के लीडर व राज्यसभा सांसद मो अदीब का कहना है कि क़तील की तरह खालिद को भी पुलिस वालों ने क़त्ल किया है. अगर अभी दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो अखिलेश सरकार का खामियाज़ा भुगतने को तैयार हो जाए. पूरे उत्तर प्रदेश का मुसलमान सड़कों पर उतर जाएगा.
उधर उत्तर प्रदेश के अखिलेश सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही पुलिस हिरासत में खालिद मुजाहिद की मौत मामले में यूपी के पूर्व डीजीपी, एडीजी व एटीएस के चार अधिकारियों व पचास अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या व हत्या की साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज गया है.
जौनपुर से आये खालिद के घरवालों ने खालिद की मौत के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए बिना खालिद के शव का पोस्ट मार्टम करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद आनन-फानन में बड़े अधिकारियों से वार्ता के बाद ये मुक़दमा दर्ज किया गया.
खालिद मुजाहिद की लाश को फिलहाल घर वालों को सौंप दिया गया है, और अभी उनके गांव में दफनाने की तैयारी चल रही है.
