यह हत्याएं व सांप्रदायिक हिंसा एक आपराधिक साजिश का नतीजा हैं

Beyond Headlines
4 Min Read

मुज़फ्फरनगर के ग्राम मीमला में 5 लाशें खेतों में मिलने के बाद एफआईआर के लिए लिखा गया पत्र…

सेवा में,

श्रीमान थाना प्रभारी निरीक्षक कांधला

जनपद शामली

महोदय,

निवेदन करना है कि दिनांक 8 सितंबर, 2013 को जनपद शामली और मुज़फ्फर नगर में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. दिनांक 8 सितंबर, 2013 को ग्राम लिसाड़ अन्तर्गत थाना फुगाना में भारी हिंसा हुई. समीपवर्ती अनेक ग्राम भी हिंसा से प्रभावित हुए, जिनमें अनेक निर्दोष मुसलमानों का क़त्ल हुआ. ग्राम लिसाड़ के अन्तर्गत 13 व्यक्तियों के क़त्ल किए जाने की सूचना है, जिसके संबन्ध में पीड़ितों द्वारा विभिन्न प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं. यह हत्याएं लिसाड़ ग्राम के सिराजुद्दीन, हमीदन, वकीला, उमरदीन, करमुद्दीन, हकीमुद्दीन, छोटी, सुक्कन, हाजी नब्बू, जरीफन, नसरुद्दीन, अजमुद्दीन, हलीमन की हुई हैं.

Muzaffarnagar_Violence (Photo Courtesy: indianexpress.com)यहां यह उल्लेख किया जाना आवश्यक है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष जनहित याचिका नंबर 170 सन 2013 लंबित है, जिसे सिटिजन फार जस्टिस एंड पीस तथा अवामी काउंसिल फॉर डेमोक्रेसी एंड पीस नामक संगठनों एवं ग्राम लिसाढ़ के निवासी श्री शहीद हसन पुत्र सिराजुद्दीन पुत्र मृतक उपरोक्त एवं समयदीन पुत्र करमुद्दीन मृतक उपरोक्त द्वारा दाखिल किया गया है. शहीद हसन द्वारा थाना कांधला में दिनांक 16 सितंबर 2013 को अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें दिनांक 8 सितंबर 2013 को लिसाड़ में हत्याओं लूटपाट व आगजनी के अपराधों और उनको कारित करने वाले अभियुक्तो का उल्लेख है.

ग्रामीण क्षेत्रों में तथ्यों के संकलन करते समय ग्राम मीमला में मुस्ताक अहमद और श्री अनिल कुमार द्वारा प्रार्थी को बताया गया कि दिनांक 8 सितंबर 2013 को दोपहर बाद ग्राम मीमला के जंगल में 5 लाशें खेतों में पड़ी हुई पाई गईं थीं. जिनमें एक लाश बूढ़े व्यक्ति, दो लाशें महिलाओं और 1 लाश नाबालिग लड़की की थी. उनके कथनानुसार यह पाचों लाशें एक ही स्थान पर नहीं थीं. एक महिला और नाबालिग बच्ची की लाश कुछ फासले पर पड़ी थी. यह मंजर देखकर ग्राम के अनेक व्यक्ति घबरा गए थे, इस पर मुस्ताक अहमद द्वारा अपने मोबाइल नंबर 9012177123 से 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दी गई.

दिन ढलने के समय पुलिस टीम निरिक्षक श्री केके शर्मा के नेतृत्व में आई, जिन्होंने मौके का निरिक्षण किया परन्तु लाशें नहीं उठाईं और न ही कोई पंचनामा किया. अगले दिन 9 सितंबर 2013 की प्रातः पांचों लाशें मौके से गायब हो गई थीं. उपरोक्त श्री मुस्ताक अहमद और अनिल कुमार से हुई बातचीत को प्रार्थी एवं श्री असद हयात महासचिव अवामी काउंसिल फॉर डेमोक्रेसी एंड पीस ने वीडियो रिकार्ड किया है. जिसकी प्रति विवेचना के समय आपको प्रस्तुत कर दी जाएगी.

यह उल्लेख किया जाना आवश्यक है कि लिसाढ़ ग्राम में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए उपरोक्त व्यक्तियों में सुक्कन और जरीफन की लाशें गंग नहर से बड़ौत, जनपद बागपत में बरामद हो चुकी हैं जबकि शेष 11 के शव अभी तक बरामद नहीं हैं. यह एक गंभीर आपराधिक मामला है कि पांच शव पाए जाने के बाद विधि अनुसार पंचनामा आदि की कार्यवाई नहीं की गई और लाशें गायब हो गई इससे सबूत भी नष्ट हो गए जबकि लाश को देखने वाले ग्रामीणों द्वारा पुलिस को सूचना देकर अपना कर्तव्य पूरा कर लिया गया था. यह हत्याएं और सांप्रदायिक हिंसा एक आपराधिक साजिश का नतीजा हैं.

अतः श्रीमान जी से प्रार्थना है कि रिपोर्ट दर्ज करके दोषी व्यक्तियों/अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाई करने की कृपा करें.

प्रार्थी

राजीव यादव

पुत्र इन्द्रदेव यादव

प्रवक्ता ‘रिहाई मंच’ व सदस्य कार्यकारिणी अवामी काउंसिल फॉर डेमोक्रेसी एंड पीस

पता- 110/46 हरिनाथ बनर्जी स्ट्रीट लाटूश रोड, लखनऊ, उ0 प्र0

मोबाइल नंबर- 09452800752

प्रतिलिपि- वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक मुजफ्फर नगर

Share This Article