BeyondHeadlines News Desk
रिहाई मंच जांच दल को प्राप्त हुई चिप में बात चीत का विवरण (जिसमें सबसे पहले मोबाइल नंबर तारीख व समय लिखा है. कुछ मोबाइल नंबर की जगह मोबाइल में सेव किये गये नाम भी दिख रहे हैं.)
1. +919917731428_2013-09-08_10.38. 112021392617
कॉलर(महिला)- हेलो.
रिसीवर- हैलो.
कॉलर- एक जीच तू मुझे बता दे
रिसीवर- हां बता.
कॉलर- गांव में उन लोगों के मरे या नहीं मरे
रिसीवर- मर लिये
कॉलर- पक्की ख़बर है बिल्कुल
रिसीवर- बिल्कुल पक्की है आग दे रखी है घरों में
कॉलर- पक्का
रिसीवर- पीएसी आली है, पीएसी लग रही है
कॉलर- पीएसी आली है, वहीं तो बात हो रही थी अभी- अभी या थोड़ी लेट भी पता है क्यों आयी.
रिसीवर-हां.
कॉलर- रुकवाई थी कहकर कि अंकल थोड़ी देर रुकवा दो. मेरे कहते ही रोक दी. यू कह रहे थे कि बात ऐसी है कि पूरी टीम को पता चल गया है कि वहां पर दंगा हो गया. सिर्फ मुश्किल से मुश्किल 10 मिनट रोको फिर 10 मिनट बोलकर 10 मिनट ही रोका.
रिसीवर-हां हो लिए. 5-6 तो मर लिए.
कॉलर- हां तो चोक्खा (स्थानीय भाषा में बहुत अच्छा)और कुटबा
रिसीवर- कुटबे में ही 5-6 मरे. और तो भाग लिये सब.
कॉलर- हां अच्छा कुटबे में मरे हैं सब
रिसीवर- भाग गये सब.
कॉलर-ठीक है. ठीक
—————————————————–
2. +919917731428_2013-09-08_09.36
पुरुष- हैलो
महिला- हैलो.
महिला- और गांव में क्या हाल चाल है.
पुरुष- गांव में आग लग रही है. तुम बच लो जी.
महिला-आग लग रही हो तभी तो तुम्हे फोन करूं.
पुरुष- आग लगई मै तो सब जाति …………
महिला- एक जीच बता दूं मौ तो.
पुरुष- हां.
महिला- बेज्जती तो करवा न दियो.
पुरुष-आं………
महिला-बेज्जती न करवाना जी पूरी पुलिस फोर्स दावा करके गयी है कि इस बार कुछ नहीं किया तो लानत है. और फोर्स कुछ नहीं कहने को चाहे कितनों को मार दो. फोर्स कुछ नहीं कहेगी किसी को चाहे जितनो को मार दो. सारी फोर्स कह रही है कि बात ये है कि हिन्दू कुछ नहीं कर रहे हैं.
पुरुष- हां.
महिला-अब तो तुम समझ गये होगे.
—————————————————-
3. SIM1_20130908_2138
कॉलर-हैलो.
रिसीवर- हैलो
कॉलर-उम्मेर बोल रहा हूं जी. मैं ……… खेडा़ में रह गया. काट मार हो गया.
रिसीवर- हां हिन्दू मुस्लिम हो रही.
कॉलर-हो रही. चोट चाट लगी.
रिसीवर- हां सब फिट……….आप बेफिकर रहिए.
कॉलर-और कहां हैं?
रिसीवर- 6 वहीं हैं घेर रखे हैं
कॉलर-अच्छा मेरी मां.
रिसीवर- तेरी मां एक जगह ही है.
कॉलर-अच्छा.
कॉलर-और मरद भाग गये?
रिसीवर- नहीं नहीं पीछा कर रहे हैं मर्दों का
कॉलर-अच्छा.
बाकी आवाजें अस्पष्ट है ………………………………
—————————————————
4. 918859855930_2013-09-08_23.07.30-649065850
कॉलर- हलो.
रिसीवर- क्यों भाई सो गये क्या.
कॉलर- नहीं
कॉलर- सोना नहीं भाई
कुछ बातें अस्पष्ट………………………
कॉलर- सोने का क्या मतलब.
रिसीवर- ये नंबर कहां से आया? अच्छा….. उससे लिया होगा…….
……..फिर कुछ बातें अस्पष्ट………………
कॉलर- कुछ खबर आयीं
रिसीवर- हां भाई गयूर का घर फूंक दिये……
……………………फिर काफी बातें अस्पष्ट……………..
———————————————–
5. 919528390331_2013-09-08_10.57.391974441216
महिला-हम कुटबी में हैं जी. कुटबी में क्या हो रहा है?
पुरुष- कुटबे में जी बज रही है (स्थानीय भाषा में बनजे का मतलब पिटाई है)
महिला- आं……. बज रही है.
पुरुष- हां.
महिला- किसे.
पुरुष- कुछ तो भाग गये थे थोड़ी से रह गये थे घर-घुर जला दिये उनके. मार काट चल रही है पूरी.
महिला- अच्छा.
पुरुष- हां.
महिला-……….. बाकी आवाज़ अस्पष्ट…………………. मैं साची फोन करके पूंछूं क्या चल रहा है?
पुरुष- हां यही चल रहा है.
महिला- यही चल रहा है न.
पुरुष- पीएसी आली है (स्थानीय भाषा में आली को आ रही है बोलते हैं) बहुत सारी.
महिला- हिन्दू को तो नुक़सान नहीं पहुंचा.
पुरुष- नहीं हिन्दू को तो नही पहुंचा. पर दो गांव हैं हमारी जद में
घड़सोली है और बसी है दोनों गांव का पता कर रहे हैं चढ़ाई कर रहे
है. सिसोली और…….बाकी आवाज़ अस्पष्ट…………
—————————————————-
6. D..K_2013-09-08_10.52.401386049590
कॉलर-क्या हाल है वहां का
रिसीवर-सब फिट है सब तैयार खड़े हैं
कॉलर-हथियार भी लिये हैं
रिसीवर- हां जो दे रहा है सब ले रहे हैं.
कॉलर- तेरे घर में भी है कुछ.
रिसीवर- हां है एक तमंचा दो गोली.
कॉलर- बस
रिसीवर- हां.
कॉलर- एक तमंचा दो गोली से क्या होगा तेरा?
रिसीवर-हां भाई फरसा भी है हाथ में
कॉलर- फरसा भी है तो गोली क्यों मार रहे थे क्यों
रिसीवर- कहां मार रहे थे.
कॉलर- वहां नहीं मारी थी गोली कल
रिसीवर- कल तो लाई थी लाओ गोली ला के दो
कॉलर-ठीक है
रिसीवर-गोलियों का जुगाड़ करवाओ
कॉलर- हां होगा गोली का जुगाड़. जी
रिसीवर- कहीं से ………अस्पष्ट आवाज़………. करवाओ दो चार पेट्टी………..तैयार मिलेंगे.
कॉलर-कहां मिल रही………………..अस्पष्ट………………..किसी के पास स्टॉक हो तो दे सके
रिसीवर- प्रधान……….अस्पष्ट……………….फोन करे
कॉलर- हां देख ले …… अस्पष्ट
रिसीवर- दंगे में कहीं आग नहीं लगा रखे हैं.
कॉलर- मस्जिद में लगा रखे हैं लेकिन सूअरी (इस क्षेत्र में कटुतावश मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाला जुमला) भाग गए. इनको डालेंगे बाद में.
रिसीवर-फेर डालेंगे, बाद-बूद दूसरी होती है
………………..बाकी अस्पष्ट………………………
—————————————————-
7. +919719290691_2013-09-08_17.19.021396270438
कॉलर- हैलो
रिसीवर-हैलो
कॉलर- हैलो
रिसीवर-हैलो हां जी.
कॉलर- पप्पू बोल रहा है क्या?
रिसीवर- नहीं पप्पू तो नहीं बोल रहा अनुज बोल रहा हूं बताइये का बात है.
कॉलर- अनुज
रिसीवर- हां
कॉलर- कौन सा वाला.
रिसीवर- भाई मैं तो कौन सा वाला बताउं.
कॉलर- तो.
कॉलर- तू कौन सा वाला बोल रहा है?
रिसीवर-कौन सा वाला बताऊं मै तो एक ही अनुज हूं.
कॉलर-कुटबी से
रिसीवर- हां कुटबी से, बता तो
कॉलर- पप्पू बोल रहा मैं.
रिसीवर- दिल्ली से
कॉलर- अच्छा हां क्या बात थी बताओ?
रिसीवर-झगड़ा तो नहीं हुआ था.
रिसीवर- हां झगड़ा हुआ, झगड़ा होके खतम हो लिया. फोर्स आयी थी.
कॉलर- ……आवाज अस्पष्ट…………
रिसीवर-हां 6-7 मार रखे हैं.
कॉलर- अच्छा
रिसीवर-……….आवाज अस्पष्ट……………. 6-7 मार रखे हैं और और को ले गयी है मिलेटरी बैठा के. और जो है कुल मिलाकर दोनों गांवों में कोई मुसलमान नहीं है और न काकड़े में न हड़ोली में. सब जा लिए हैं.
कॉलर- शान्ति हो गयी होगी अब तो
रिसीवर- शान्ति तो है फोर्स लग रही है
कॉलर- हां फोर्स लग गयी होगी.
रिसीवर- …………………………
—————————————————-
8. RASE..babuu _2013-09-08_20.49.471708753978
कॉलर- हेलो.
रिसीवर(महिला)- हैलो. क्या हो रहा है………
कॉलर-काट दिये मुसलमान
रिसीवर- आं
कॉलर- काट दिये मुसलमान
रिसीवर- काट दिये
कॉलर- हां आठ.
रिसीवर-अच्छा
कॉलर- गांव में………
कॉलर- कुटबे वालों ने उन्हें भगा भगा कर काटे………… बावली वालों ने बजा रखा है………..बड़ौत में, जितने बड़ौत के गांव हैं दाहा, नेरपड़ा………..(अस्पष्ट)…………….सब में बजा रखी है.
रिसीवर-पता नहीं क्या होगा.
कॉलर- कुछ नहीं होने का. इन मुसलमानों का नाश होगा. ये जायेंगे दस बीस सौ पचास हजार अब मरेंगे. बस इतना हो सके.
रिसीवर- मरेंगे तो हिन्दू भी
कॉलर- हिन्दू क्यों मरेंगे जी. फोर्स आयेगी जी तो हिन्दू मरते दिखेंगे तो फोर्स अपने आप गोली मारेगी इनको……………… (अस्पष्ट) ने कहा है.
रिसीवर- अच्छा
कॉलर- और फोर्स में हिन्दू ने हमें खुद कहा मुसलमानों को हमें पकड़ कर दियो. फोर्स ने हमें कहा कि तुम्हें क्या ज़रूरत थी हमें पकड़ने की मार क्यों नही दिये.
रिसीवर-……अस्पष्ट………
कॉलर- उन्हें तो आदेश है ही नहीं मारने का.