केजरीवाल ने दिल्ली वालों से मांगी माफी

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BeyondHeadlines News Desk

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के मुताबिक अब दिल्ली में सरकार बनाने की संभावनाएं समाप्त हो गई है और उनकी पार्टी ताज़ा चुनावों के लिए तैयार है.

अरविंद केजरीवाल ने राज्य की सत्ता छोड़ने में हड़बड़ी करने के लिए दिल्ली-वासियों से माफी मांगते हुए आज कहा कि यह उनकी सबसे बड़ी गलती थी और अब विधानसभा के दोबारा चुनाव कराए जाने के अलावा उन्हें कोई और विकल्प नहीं दिख रहा है.

उन्होंने यह भी कहा कि “हमने नैतिकता के आधार पर सरकार छोड़ी थी. हमें पता नहीं था कि लोग उसे गलत तरीके से समझेंगे.” आगे उन्होंने कहा कि “दिल्ली के लोगों को लगा कि हम उन्हें मँझधार में छोड़कर भाग गए हैं. हम उसके लिए देश-वासियों और दिल्ली-वासियों से माफी मांगते हैं.”

स्पष्ट रहे कि केजरीवाल ने कल ही उपराज्यपाल नजीब जंग से आग्रह किया था कि विधानसभा को अभी भंग न किया जाए, क्योंकि उनकी पार्टी सरकार गठन को लेकर जनता से राय शुमारी के लिए एक सप्ताह का वक्त चाहती है. लेकिन आज केजरीवाल ने राज्यपाल से अपने आग्रह को वापस लेते हुए कहा कि हमने इस मसले पर चर्चा की और महसूस किया कि मौजूदा हालात में हमारे लिए सत्ता में दोबारा आना संभव नहीं है और दिल्ली में चुनाव के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है.

केजरीवाल ने कहा, हमने बैठकें करके चुनावों की तैयारी करने का फैसला किया है. आने वाले दिनों में हम लोगों के बीच में जाएंगे और कई बैठकें करेंगे. इन बैठकों में दिल्ली के लोगों से माफी मांगेंगे और उनका विश्वास हासिल करके उन्हें कहेंगे कि वे हमें पूर्ण बहुमत के साथ अपना समर्थन दें.

दरअसल लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के अंदर एक खेमा कांग्रेस की मदद से दिल्ली में दोबारा सरकार बनाने की मांग कर रहा था. हालांकि कांग्रेस ने ‘आप’ को समर्थन देने से साफ इनकार कर दिया है.

हम आपको बताते चलें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 28 सीटें मिली थीं और उसने दिल्ली में सरकार बनाई थी. यह सरकार 49 दिन चली और उसके बाद केजरीवाल ने इस्तीफ़ा दे दिया और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था.

और मौजूदा लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत पाई और ख़ुद केजरीवाल बनारस में नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव हार गए. पार्टी ने 400 से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह केवल चार सीट ही जीत पाई.

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