Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
अरविन्द केजरीवाल को अब दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के लिए पहले किरण बेदी से निपटना होगा, क्योंकिबीजेपी ने किरण बेदी को अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार कर लिया है.
पक्की जानकारी है कि किरण बेदी नई दिल्ली सीट से अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी की उम्मीदवार होंगी और साथ ही बीजेपी उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर भी प्रोजेक्ट करेगी.
किरण बेदी की इस भूमिका का खांचा नीतिन गडकरी ने तैयार किया है. दरअसल, बीजेपी की ओर से किरण बेदी को यह ऑफर पहले से ही था, मगर वो कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं थी. पर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत और दिल्ली में सात की सातों सीटों पर बीजेपी के कब्ज़े ने किरण बेदी का रूख पलट दिया है.
बीजेपी दरअसल एक तीर से दो शिकार करने की फिराक में है. वो अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ उनके ही सहयोगी रही किरण बेदी को उतार कर अरविन्द केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ाना चाहती है. इस सूरत में न तो केजरीवाल, किरण बेदी पर करप्ट होने का इल्ज़ाम लगा पाएंगे और न ही उनके तरकश में उस तरह के तीर होंगे, जिनका इस्तेमाल वो कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के खिलाफ करते रहे हैं.
इतना नहीं, किरण बेदी को इस लड़ाई में अन्ना हज़ारे का सहारा भी मिल सकता है. जेनरल वी.के. सिंह जैसे पुराने सहयोगी पहले से ही बीजेपी के टिकट से संसद पहुंच चुके हैं. ऐसे में पार्टी की कोशिश अरविन्द केजरीवाल पर उनके ही हथियारों से हमला करने की है.
केजरीवाल और किरण बेदी दोनों ही ईमानदारी के राजनीत का दावा करते हैं. ऐसे में ईमानदारी के यह दावे एक दूसरे से टकराने की तैयारी में हैं. नतीजे में दिल्ली की राजनीति बेहद ही दिलचस्प होने जा रही है.