Avdhesh Kumar for BeyondHeadlines
नई दिल्ली : दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों मिलकर एक बार फिर सरकार बनाने की फिराक में हैं. दोनों ही पार्टियों में डर है कि अगर दिल्ली में विधानसभा चुनाव होते हैं तो मोदी लहर के चलते जितनी सीटें आयी हैं, वह भी ना चली जाएं, इसलिए दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर दोनों ही पार्टियां पर्दे के पीछे गुपचूप बातचीत कर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है.
वहीं कांग्रेस का कहना हैं कि अगर आप को सरकार बनानी है तो आप नेताओं को पर्दे से बाहर निकलकर खुलकर बात करनी पड़ेगी.
कांग्रेस के अनुसार आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शकील अहमद और दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली के संपर्क में हैं. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सरकार बनाने की संभावनाओं को तलाश रही है.
वहीं कांग्रेस प्रभारी शकील अहमद ने BeyondHeadlines से बातचीत में कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता लगातार उनके संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेता उनसे पर्दे के पिछे बात करने की लगातार कोशिश कर रहे है. अगर आप को दिल्ली में सरकार बनाने संबंधी बात करनी हैं तो पर्दे के पीछे नहीं बल्कि खुलकर बात करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर आप नेता खुलकर बात करें तो हम सरकार बनाने का प्रयास करेंगे.
लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मिली करारी हार के बाद से दोनों दलों को डर है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में हारने के डर के साथ-साथ यह भी डर सता रहा है कि आने वाले वक्त में उनके विधायक भाजपा में शामिल ना हो जाएं.
दोनों ही पार्टियों का मानना है कि अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ साथ दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव कराए गए तो उनके लिए अपनी सीट बचाना काफी मुश्किल हो जाएगा.
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल पर सरकार बनाने के लिए भारी दबाव है.