आरटीआई का खुलासा : संघ के इशारे पर हो रही हैं मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग में नियुक्तियां

Beyond Headlines
2 Min Read

BeyondHeadlines News Desk

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश सरकार में आरएसएस का सीधा दखल है. इसका खुलासा सूचना के अधिकार के माध्यम मिले अहम दस्तावेज़ कर रहे हैं. दो हज़ार करोड़ के व्यापम घोटाले के बाद अब मामला मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का चेयरमैन बनवाने का है.

भोपाल के आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने आरटीआई के ज़रिए जो महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हासिल किए हैं, वो बताते हैं कि वर्ष 2006 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप जोशी की नियुक्ति आरएसएस के प्रचारक ‘विनोद जी’ के लिखित आदेश पर की गई थी, जो असंवैधानिक है.

स्पष्ट रहे कि विनोद जी दिल्ली में संघ के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख हैं. वहीं प्रदीप जोशी मध्य प्रदेश में कार्यकाल पूरा कर अब छत्तीसगढ़ पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन हैं.

पांच साल लंबी लड़ाई लड़ने के बाद अजय दुबे ने आरटीआई में जो दस्तावेज़ हासिल किए हैं उनमें ‘विनोद जी’ की सिफारिशी चिट्ठी भी लगी है. दस्तावेज़ों के मुताबिक जोशी के पुलिस वैरीफिकेशन में 8 जून, 2006 को तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक एके सोनी (कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा) ने रिपोर्ट दी थी कि वे प्रकांड विद्वान हैं. इसमें उनका संबंध भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी बताया गया है.

दुबे का कहना है कि मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन के लिए योग्य दावेदारों का कोई पैनल नहीं बनाया गया औऱ सारे नियमों का उल्लंघन किया गया.

साथ ही वो इस बात की भी मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, जिससे आरएसएस और बीजेपी के बड़े चेहरे बेनकाब हो जाएंगे.

गौरतलब है कि इंटेलिजेंस ने अपनी रिपोर्ट में साफ साफ कहा था कि प्रदीप जोशी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी के रिश्तेदार हैं और उनकी नियुक्ति इस पद पर नहीं की जा सकती है.

Share This Article