भाजपा की मिलीभगत से दिल्ली में बढ़ सकते हैं बिजली के दाम -आप

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Avdhesh Kumar for BeyondHeadlines

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार दिल्ली विद्युत्त नियामक (डीईआरसी) की मिलीभगत से दिल्ली में बिजली मूल्यों में वृद्वि करने जा रही है. आम पार्टी ने आज यहां केंद्रीय सरकार को चेतावनी दी हैं कि अगर सरकर दिल्ली में बिजली की कीमते बढाती है तो आप सरकार जनता के साथ मिलकर सरकार का विरोध करेगी.

पार्टी ने कहा कि मोदी सरकार परोक्ष रुप से राष्ट्रीय राजधानी को नियंत्रित कर रही है, और बिजली किमतों में वृद्वि की घोषणा आगले हफ्ते कर सकती है. इसलिए अगर ऐसा होता है तो जनता का विरोध के लिए कार्पोरेट समर्थक इस निर्णय के लिए पुरी तरह जिम्मेदार होगा. आप का कहना है कि भाजपा जनता का बेवकूफ नहीं बना सकती है. भाजपा ने चुनाव के दौरान 30 प्रतिशत बिजली कीमत कम करने की बात कही थी.

पिछले एक दशक में निजी बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलीभगत कर शीला दीक्षित सरकार में वृद्वि की गई थी. जबकि दिल्ली में 70 विधायको में से 60 विधायक बिजली के दामों को कम करने के लिए जीते थे. भाजपा अब दिल्ली विधुत विनिमायक आयोग द्वारा मूल्य तय कर रही है और बहाना बना रही है कि इसमें भाजपा सरकार की कोई भूमिका नहीं है. यह सब पिछली सरकार द्वारा किया गया है. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आप की सरकार बनने पर मात्र 72 घंटे में 50 प्रतिशत बिजली किमते कम की थी.

आप सरकार ने जब कुछ ही घंटों में अपना वादा पूरा कर दिया था, तो भाजपा सरकार पांच हफ्तों के बाद भी अपने किए वादे पर चुप क्यों है. ऐसे में भाजपा को ऐसे निर्णय लेने से रोकना आवश्यक है जो कि जनता के खिलाफ निर्णय ले रही है. भाजपा सरकार दिल्ली की जनता को सड़को पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है.

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