बिजली कटौती से परेशान पालम की जनता ने किया सड़क व रेल मार्ग जाम

Beyond Headlines
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Amit Bhaskar for BeyondHeadlines

10 दिन से बिजली कटौती की मार झेल रहे पालम के निवासियों के सब्र का बांध आखिरकार आज टूट गया. लोगों ने पालम फाटक के पास न सिर्फ सड़क जाम किया बल्कि रेल की पटरियों पर भी वाहन खड़े कर दिए, जिससे पास के पालम स्टेशन पर रेलगाड़ी जस की तस खड़ी रही. लोगों ने फाटक के पास के कण्ट्रोल रूम को भी क़ब्जे में ले लिया और रेलवे फाटक बंद कर दिया.

10494810_740307072658402_4858436704887573563_nस्थानीय निवासी बिजली ना मिलने के कारण ज़बरदस्त गुस्से में थे. लोगों का गुस्सा सीधे तौर पर ‘अच्छे दिन’ का झूठा सपना दिखाने वाले प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी से भी है. मोदी व स्थानीय विधायक रमेश विधुरी जो अब सांसद बन गए के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी हुई.

31 वर्ष के राजन तिवारी कहते हैं कि इलाके में पिछले 10 दिन से बिजली गुल है. अगर बिजली आती भी है तो ज्यादा से ज्यादा 1 या 2 घंटों के लिए. ऐसे में हम रोज़ नौकरी पे जाने वाले लोग घर आ कर कैसे चैन की नींद सोयें?

गुडगांव के एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले राकेश बताते हैं कि सुबह ऑफिस जाओ तब भी बिजली नहीं होती और वापस आओ तब भी नहीं. सुबह-सुबह लगता है कि जैसे पानी से नहीं पसीने से ही नहाया हो. राकेश आगे कहते हैं कि हमने पूरी दिल्ली की सभी सीटें मोदी के नाम कर दी तो हमसे किस बात का बदला लिया जा रहा है?

10489918_740308302658279_7843129768819940627_nसरिता जी गृहणी हैं और कहती हैं कि रात में छत पर सोते हैं. आजकल गर्मी से छत भी तवे की तरह गरम रहता है. हम लोग इंसान नहीं हैं क्या? वो आगे बताती है कि झूठे सपने दिखाकर हमसे वोट लिया और अब उनको हमसे मिलने का समय नहीं है. पूजा बताती है कि वो सांसद महोदय कई दिन से लापता हैं.

एक घंटे के हंगामे के बाद पुलिस ने सबको समझा बुझा कर मनाने की कोशिश की. लोगों का गुस्सा सीधे-सीधे मोदी सरकार के खिलाफ था.

गौरतलब है कि उर्जा मंत्री ने खुद कहा है कि दिल्ली में बिजली की कमी नहीं है. ऐसे में दिल्ली के कई इलाकों में बिजली कटौती क्यों की जा रही है? इसका जवाब देने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है.

कहानी केवल पालम की नहीं है, जामिया नगर ,उत्तम नगर ,पंजाबी बाग़, सीलमपुर, दिलशाद गार्डन आदि कई इलाकों में बिजली कटौती के खिलाफ स्थानीय लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, पर फिलहाल कोई सुनवाई होती नहीं दिख रही.

भले ही सरकार और प्रशासन जनता के दुःख से बेखबर हो, लेकिन प्रकृति अपने बच्चों के दुःख बखूबी समझती है तभी तो पालम में हुए प्रदर्शन के चंद घंटों बाद ही झमाझम बारिश हुई, जिससे मौसम कुछ समय के लिए खुशगवार हो गया है.

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