BeyondHeadlines News Desk
लखनऊ : जर्नलिस्ट यूनियन फॉर सिविल सोसाइटी (जेयूसीएस) ने इजराली सेना द्वारा मारे गए पत्रकार रामी रॉयन, अहद जकाउत, खालिद हमाद, नजला महमूद हज, अब्दुरहमान जियाद अबु हिन, इज्जत दुहैर, बहाउद्दीन गरीब के पत्रकारीय जज्बे को सलाम करते हुए इजराइल की इस कायराना हरकत की कड़ी शब्दों में निंदा की.
जेयूसीएस ने प्रख्यात साहित्यकार नवारुण भट्टाचार्य की असामयिक देहान्त पर दुःख व्यक्त करते हुए उन्हें भी अपनी श्रद्धांजलि दी.
जेयूसीएस ने कहा कि इजराइल द्वारा अपनी साम्राज्यवादी नीति के विस्तार के तहत जिस तरह से बमबारी करके फिलिस्तीन के निहत्थे नागरिकों को खुलेआम मारा जा रहा है तथा मीडिया द्वारा जिस तरह से फिलिस्तीन के निहत्थे नागरिकों की मृत तस्वीरें दिखाई जा रही हैं, उसे लेकर विश्व बिरादरी में इजराइल के खिलाफ माहौल बन रहा है. सच उजागर होने से खुन्नस खाए इजराइल ने अब तक गाजा की रिपोर्टिंग कर रहे सात मीडिया कर्मियों को जिस तरह से निशाना बनाया है, उसने युद्ध नियमों का उल्लंघन किया है, यह करके इजराइल अन्तर्राष्ट्रीय नियमों और कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है.
जेयूसीएस के कार्यकारी सदस्य गुफरान सिद्दीकी, हरेराम मिश्र और अनिल यादव ने कहा कि जिस तरीके से इजराइल युद्ध अपराध कर रहा है और अब तक 1400 से अधिक लोगों की गाजा में हत्या की है, और जिस तरीके से उसने 7 पत्रकारों जिसमें रामी रॉयन जैसे फोटो जर्नलिस्ट भी शामिल थे कि हत्या की उससे साफ हो गया है कि इजराइल पत्रकारों की भी टारगेट किलिंग कर रहा है. किसी पत्रकार को इस तरह सिर्फ इसलिए निशाना बनाना कि वह उसके मानवता विरोधी जनसंहार को दुनिया के सामने ला रहा है, ऐसे युद्ध अपराधी इजराइल के खिलाफ हिन्दुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के पत्रकारों की एकजुटता, इजराइल के साम्राज्यवादी मंसूबे को ध्वस्त करेगी.
जेयूसीएस ने अपील किया है कि इजराइल एक युद्ध अपराधी देश है, जो सिर्फ मुनाफे के लिए मानवीय सभ्यता का अंत करने पर उतारु है, वह पूरी दुनिया में अपनी कंपनियों के माध्यम से यह मुनाफाखोरी करता है और इस मुनाफे का बड़ा हिस्सा जनसंहार में खर्च करता है, ऐसे में हम सभी इंसाफ पसन्द अवाम इजराइल के बने उत्पादों का बहिष्कार करें.
