BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली : बिहार के छात्र राजनीति में हमेशा सक्रिय रहे हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से जेएनयू में अध्यक्ष पर बिहार के किसी छात्र को सफलता नहीं मिल पा रही थी. लेकिन कैम्पस में इस बार यह चर्चा जोरों पर है कि इस साल छात्र-संघ का अध्यक्ष कोई ‘बिहारी’ ही बनेगा. क्योंकि इस बार जीतने की सबसे अधिक संभावना वाले तीनों प्रमुख छात्र संगठनों ने बिहार के कैंडिडेट को ही अध्यक्ष के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है.
एबीपीवी ने अध्यक्ष पद के लिए सौरभ कुमार को मैदान में उतारा है, जो पटना के रहने वाले हैं. लेफ्ट प्रोग्रेसिव फ्रंट ने कटिहार की राहिला परवीन को उम्मीदवार बनाया है. जबकि आइसा से आशुतोष कुमार भी बिहार के ही बाढ़ ज़िला के रहने वाले हैं.
एबीवीपी के सौरभ कुमार ने कहा कि वे पटना के रहने वाले हैं और झारखंड से 12वीं तक की पढ़ाई की है. उन्होंने ग्रेजुएशन जेएनयू से ही किया है. वहीं आशुतोष कुमार बिहार के एक छोटे से जिले बाढ़ से हैं और 12वीं तक की पढ़ाई वहीं से की है. ग्रेजुएशन बीएचयू से किया. लेफ्ट प्रोग्रेसिव फ्रंट के राहिला का भी बचपन बिहार में ही गुज़रा है.
उधर, जेएनयू चुनाव कमेटी ने वैलिड कैंडिडेट के नाम बुधवार को जारी कर दिया. अध्यक्ष पद के लिए सबसे अधिक सात कैंडिडेट मैदान में हैं. निर्दलीय प्रकाश कुमार और छात्र जदयू से चंद्र शेखर भी अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं. जबकि वाइस प्रेसिडेंट, जेनरल सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी पर पांच-पांच उम्मीदवार मैदान में हैं. इसके अलावा काउंसलर के पदों पर भी काफी संख्या में नॉमिनेशन आए हैं. 9 सितंबर को यूनिवर्सिटी के जेनरल बॉडी मीटिंग में पहली बार इन कैंडिडेट को आमने सामने का मुकाबला करना होगा. चुनाव 12 सितम्बर को होने हैं.