BeyondHeadlines News Desk
शनिवार सुबह के भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर यह ख़बर बार-बार वायरल की जा रही है कि इतने बजे फिर से भूकंप आएगा. जिसको लेकर देश की सारी अवाम काफी दहशत में है. लेकिन बिहार के चम्पारण ज़िला के बेतिया शहर में रहने वाले प्रख्यात गणितज्ञ एवं भौतिक शास्त्र के विद्वान डा. शोभा लाल नमित का कहना है कि भूकंप की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. क्योंकि जिस स्थान पर भूकंप का केन्द्र होता है, वह फाल्ट लाइन पर स्थित कोई खास बिन्दू होती है. रिसर्च के क्रम में यह बहुत पहले से स्पष्ट है कि पृथ्वी की सतह से 80 किलोमीटर अंदर फाल्ट लाइन पाई जाती है. मगर यह फाल्ट लाइन पृथ्वी के किस हिस्से में और पृथ्वी के केन्द्र से कितनी दूरी पर स्थित है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. नतीजतन हम भूकंप की भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं.
अमेरिकन मैथेमेटिकल सोसाइटी से जुड़े डा. नमित बताते हैं कि अगर ऐसा होता, तो जापान जैसा विकसित देश भूकंप से इतना पीड़ित नहीं होता. वहां की आवासीय संरचना को सुरक्षा के लिहाज़ से इस आधार पर बनाया गया कि जान माल की क्षति प्रायः नगण्य होता है. आम लोगों को इस अफवाह से हमेशा बेफिक्र रहना चाहिए.
हम आपको बताते चलें कि दुनिया भर के वैज्ञानिक वर्षो से भूकंप की भविष्यवाणी करने के लिए तकनीक विकसित करने पर काम कर रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई ऐसी विधि विकसित नहीं हो पाई है, जिससे विध्वंसकारी भूकंप की जानकारी इसके आने के पूर्व प्राप्त की जा सके.
हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू-भौतिकीय अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक हर्ष कुमार गुप्ता भी इससे पूर्व बता चुके हैं कि अभी तक कोई ऐसी विधि नहीं है जिससे भूकंप की भविष्यवाणी की जा सके.
स्पष्ट रहे कि वैज्ञानिक भूकंप को पहले से जान लेने की कोशिशें करते रहे हैं. दो साल पहले इटली में वैज्ञानिकों ने जिस रोज़ ला-अकिला के नागरिकों को आश्वस्त किया था कि फिलहाल वहां भूकंप का कोई ऐसा खतरा नहीं है कि पूरे इलाके को खाली कराया जाए, वहां उसके अगले ही दिन 6.3 की ताक़त वाला बड़ा भूकंप आ गया, जिसमें 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इससे वहां की सरकार इतनी ख़फा हुई कि उसने सही भविष्यवाणी करने में नाकाम रहने पर छह साइंटिस्टों और एक सरकारी अधिकारी के खिलाफ हत्या का मुक़दमा दर्ज करा दिया.
