BeyondHeadlinesBeyondHeadlines
  • Home
  • India
    • Economy
    • Politics
    • Society
  • Exclusive
  • Edit/Op-Ed
    • Edit
    • Op-Ed
  • Health
  • Mango Man
  • Real Heroes
  • बियॉंडहेडलाइन्स हिन्दी
Reading: 500 करोड़ के चूने पर ख़ामोश हैं सुशील मोदी!
Share
Font ResizerAa
BeyondHeadlinesBeyondHeadlines
Font ResizerAa
  • Home
  • India
  • Exclusive
  • Edit/Op-Ed
  • Health
  • Mango Man
  • Real Heroes
  • बियॉंडहेडलाइन्स हिन्दी
Search
  • Home
  • India
    • Economy
    • Politics
    • Society
  • Exclusive
  • Edit/Op-Ed
    • Edit
    • Op-Ed
  • Health
  • Mango Man
  • Real Heroes
  • बियॉंडहेडलाइन्स हिन्दी
Follow US
BeyondHeadlines > India > 500 करोड़ के चूने पर ख़ामोश हैं सुशील मोदी!
India

500 करोड़ के चूने पर ख़ामोश हैं सुशील मोदी!

Beyond Headlines
Beyond Headlines Published October 26, 2015 1 View
Share
6 Min Read
SHARE

By Afroz Alam Sahil

बिहार के चुनावी मौसम में बीजेपी के प्रमुख चेहरा सुशील कुमार मोदी पर एक बड़ा धब्बा है. यह धब्बा मामुली नहीं, बल्कि सरकारी खज़ाने को 500 करोड़ के भारी-भरकम चूना लगाने का है. इस चुनावी दौर में ईमानदारी व पारदर्शिता का झंडा उठाकर घूम रहे मोदी साहब ने अपने ही उप-मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान स्टोन चिप्स और उससे जुड़े उत्पाद पर बिना कैबिनेट की मंजूरी के वैट की दर कम करने का ऐसा खेल किया, जिससे चंद कारोबारियों की पौ-बारह हुई और सरकार के हिस्से में करोड़ों का नुक़सान आया.

सुशील मोदी कार्यकाल में उनके ही वित्त विभाग में चल रहे इस खेल को बिहार के आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय ने न सिर्फ़ उजागर किया, बल्कि इस मामले को लेकर सितम्बर 2014 में अपनी संस्था नागरिक अधिकार मंच की ओर से पटना हाईकोर्ट भी गए. जनहित याचिका के माध्यम से वित्त विभाग के इस घपले को अदालत के सामने रखा.

याचिका में कहा गया है कि स्टोन चिप्स और कई उत्पादों का प्रवेश शुल्क पहले 12.5% से घटाकर 8% किया गया. फिर इस 8% को घटाकर 4% कर दिया गया, जो ग़लत था. यही नहीं, वनस्पति के आयात में 12% से 4% वैट कर दिया गया, यानी ब्रांडेड चनाचुर, भुजिया, दालमुट, भूंजा, आलू चिप्स का रेट 12% से 4% हो गया. वित्त विभाग के इस क़दम से व्यापारियों को काफी फायदा पहुंचा और राज्य-कोष को हानि हुई. यहां तक इस मामले में कैबिनेट को भी अंधकार में रखा गया.

याचिकाकर्ता का कहना है कि इस मामले से संबंधित संचिका मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के पास भी गया था, जिसपर उन्होंने टोका-टिप्पणी की थी, उसके बावजूद व्यापारियों को लाभ पहुंचाया गया और बिहार को अक्टूबर 2007 से जुलाई 2012 तक राज्य-कोष को छह सालों में करीब 500 करोड़ से अधिक वित्तीय राशि की हानि हुई. हालांकि इसके बदले में व्यापारियों से आर्थिक लाभ लिया गया. मंत्री परिषद के मुखिया होने के नाते इस तथ्य की जानकारी मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को भी थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया.

हैरान कर देने वाली बात यह है कि कैबिनेट की बगैर मंजूरी के ग़लत नोटिफिकेशन निकल गया और इससे नुक़सान खज़ाने को हुआ. लेकिन फायदे में स्टोन चिप्स, स्टोन बोल्डर्स और स्टोन बैलेट्स का कारोबार करने वाले रहें. आखिर इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है? राज्य को हुए इस नुक़सान की भरपाई कौन करेगा? और इसकी जिम्मेदारी किस पर तय होगी?

यह खेल बीजेपी के सुशील कुमार मोदी के दौर में 2007 से लेकर नवम्बर 2012 तक यानी करीब छह साल दो महीने तक चलता रहा. चौंकाने वाली बात यह है कि इन वस्तुओं पर टैक्स कम करने के बारे में कोई प्रस्ताव वाणिज्यकर विभाग ने कैबिनेट को भेजा ही नहीं था. इसके बारे में वित्त विभाग से भी किसी तरह की सहमति नहीं ली गयी थी. ऐसे में नोटिफिकेशन कैसे जारी हो गया, यह भी रहस्य का विषय है. यह अलग बात है कि नीतिश कुमार बीजेपी से अलग होते ही एक नया नोटिफिकेशन जारी कर  इस त्रुटि दूर कर लिया गया. लेकिन इस त्रुटि से हुए नुक़सान की जवाबदेही तय नहीं की गयी.

इधर पटना हाईकोर्ट ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया. स्टोन चिप व उससे संबंधित अन्य सामान से इंट्री टैक्स व वैट कम किये जाने के मामले में सरकार से कैबिनेट मीटिंग की प्रति व मीटिंग का मेमोरेंडम भी मांगा. सरकार ने कोर्ट के सवालों का जवाब भी दिया. लेकिन याचिकाकर्ता इससे संतुष्ट नहीं हैं. इस मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश इक़बाल अहमद अंसारी व न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह की पीठ कर रही है. नागरिक अधिकार मंच के अधिवक्ता दीनू कुमार हैं.

हालांकि इस पूरे मामले पर सुशील कुमार मोदी का कहना है कि इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं. इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है. विभाग के प्रधान सचिव के स्तर से नोटिफिकेशन निकलता है. कैग ने इससे जिस घाटे की बात कही है, उसमें दम नहीं है. लेकिन दूसरी तरफ़ सुशील कुमार मोदी यह भी मानते हैं कि इस नोटिफिकेशन की वजह राज्य को हानि ज़रूर हुई.

जदयू से जुड़े नेता सुशील मोदी को ही ज़िम्मेदार मानते हैं, क्योंकि सुशील कुमार मोदी ही उस समय उप-मुख्यमंत्री के साथ-साथ वित्त मंत्री भी थे. ऐसे में वो खुद को बेदाग़ नहीं बता सकते. सवाल यह है कि अगर वो बेदाग़ हैं तो इस मसले पर खामोश क्यों हैं? खुद राजनीतिक मंच से क्यों नहीं बोलते जिस तरह से वो शराब व अन्य मसले पर बोल रहे हैं.

खैर, बीजेपी खुले तौर पर बिहार के विकास व गवर्नेंस का मुद्दा उठा रही है. ऐसे में पार्टी के एक बड़े चेहरे पर लगा यह दाग़ लीडरशिप की अंदरूनी हक़ीक़त को बयां करने के लिए काफी है. ये हक़ीक़त इसलिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि पीएम मोदी इन दिनों खुद ही बिहार चुनाव की कमान संभाले हुए हैं और हर दूसरे दिन ईमानदारी व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बड़ी-बड़ी ढिंगे हांक रहे हैं. इसी बीच मध्य-प्रदेश में व्यापम के बाद अब टॉयलेट घोटाला भी सामने आ चुका है…. (Courtesy: TwoCircles.net)

TAGGED:500 करोड़ के चूने पर ख़ामोश हैं सुशील मोदी!
Share This Article
Facebook Copy Link Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
“Gen Z Muslims, Rise Up! Save Waqf from Exploitation & Mismanagement”
India Waqf Facts Young Indian
Waqf at Risk: Why the Better-Off Must Step Up to Stop the Loot of an Invaluable and Sacred Legacy
India Waqf Facts
“PM Modi Pursuing Economic Genocide of Indian Muslims with Waqf (Amendment) Act”
India Waqf Facts
Waqf Under Siege: “Our Leaders Failed Us—Now It’s Time for the Youth to Rise”
India Waqf Facts

You Might Also Like

ExclusiveIndiaLeadYoung Indian

Weaponizing Animal Welfare: How Eid al-Adha Becomes a Battleground for Hate, Hypocrisy, and Hindutva Politics in India

July 3, 2025
ExclusiveHaj FactsIndiaYoung Indian

The Truth About Haj and Government Funding: A Manufactured Controversy

June 7, 2025
EducationIndiaYoung Indian

30 Muslim Candidates Selected in UPSC, List is here…

May 8, 2025
IndiaLatest NewsLeadYoung Indian

OLX Seller Makes Communal Remarks on Buyer’s Religion, Shows Hatred Towards Muslims; Police Complaint Filed

May 13, 2025
Copyright © 2025
  • Campaign
  • Entertainment
  • Events
  • Literature
  • Mango Man
  • Privacy Policy
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?