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IMRC ने 1200 परिवारों को गर्म कपड़े और कम्बल बांटे

Beyond Headlines
Beyond Headlines Published January 25, 2016
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5 Min Read
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BeyondHeadlines News Desk 

बिहार/ झारखंड/ उत्तर प्रदेश : सर्दियों के इस मौसम के तापमान में अचानक भारी गिरावट के बाद गरीबों की मुश्किलें काफ़ी बढ़ गई है. गरीबों के इन्हीं मुश्किलों का ध्यान रखते हुए अमरीकी संस्था ‘इन्डियन मुस्लिम रिलीफ़ एंड चैरीटीज़’ यानी IMRC ने उत्तर भारत के भिन्न-भिन्न राज्यों में कम्बल और गर्म कपड़ों के वितरण की मुहिम शुरू की है.

हड्डियों तक को कंपा देने वाली इस सर्द मौसम में IMRC ने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के 1200 परिवारों को कम्बल और 300 परिवारों को गर्म कपड़े बांटे हैं.

झारखंड के चतरा व पलामू और बिहार के गया में लगभग 600 परिवारों को कम्बल बांटे गए हैं. वहीं 300 ज़रूरतमंद परिवारों को स्वेटर, जैकेट और शॉल जैसे गर्म कपड़े बांटे गए हैं.

IMRC के झारखंड यूनिट के कार्यकर्ता वाहिद नदवी के मुताबिक़ –‘हमने चतरा के प्रतापपुर ब्लॉक, पलामू के मनातू ब्लॉक और गया के इमामगंज और डुमरिया में लगभग 600 परिवारों को सर्दियों की ज़रूरतें मुहय्या कराई गई हैं. इन सभी जिलों में लगभग 150 गांव ऐसे हैं, जहां हमने ज़रूरतमंदों के लिए कार्य किया है.’

बिहार में संस्था की यह मुहिम अभी भी अपना काम कर रही है और अब तक तक़रीबन 200 परिवारों को यह सुविधाएं मुहय्या करा दी गयी हैं.

बिहार IMRC के कार्यकर्ता अफ़ज़ल हुसैन कहते हैं –‘हमने हाजीपुर और सीवान के गांवों में कम्बल वितरण का कार्य संपन्न कर लिया है. लेकिन अभी भी 10 गांव ऐसे हैं, जिनमें इस मुहिम को अंजाम दिया जाना बाक़ी है.’

उत्तर प्रदेश के फैज़ाबाद के क़रीब 100 परिवारों में IMRC ने कम्बल वितरण किए हैं. नगर के ही एक मदरसे में भी कम्बल बांटे गए हैं. उत्तर प्रदेश IMRC के मेराज कहते हैं –‘फैजाबाद और अयोध्या के 100 परिवार और एक मदरसा हमारी संस्था की इस मुहिम से लाभान्वित हुए हैं.’

उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद के 250 परिवारों में कम्बल और गर्म कपड़े बांटने का कार्य अभी जारी है. साथ ही साथ सहारनपुर में गर्म कपड़े बांटने की इस मुहिम से क़रीब 1200 परिवार सर्द मौसम में अपनी रक्षा कर पाएंगे.

संस्था के निदेशक मंज़ूर घोरी कहते हैं, -‘हम हर साल सर्दियों के इस मौसम में ज़रूरतमंदों की मदद करते हैं. हमारा लक्ष्य है कि समाज के गरीब और ज़रूरतमंद तबके तक हमारी मदद पहुंचे. हमारा प्रयास रहा है कि हम समाज के उस हिस्से तक ज़रूर पहुंचे, जो मुख्यधारा से अलग-थलग कर दिए गए हैं.’

उनके मुताबिक़ IMRC की इस मुहिम में कोई भी बमुश्किल 10 डॉलर यानी लगभग 600 रूपए देकर जुड़ सकता है. इसके लिए मुहिम के पते http://www.imrcusa.org/winter-appeal/ पर जाकर ज़रूरतमंदों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए जा सकते हैं.

साल 2014 की सर्दियों में IMRC ने तकरीबन 7000 लोगों को कम्बल और गर्म कपड़े बांटे थे. इस दौरान देश के सात राज्यों हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड, दिल्ली, झारखंड और बिहार में IMRC ने इस मुहिम को अंजाम दिया था.

स्पष्ट रहे कि IMRC की नींव 1981 में रखी गयी थी. तब से लेकर आज तक अमरीका की यह चैरिटेबल संस्था अन्य लगभग 100 संस्थाओं के साथ मिलकर देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में कई किस्म के कार्यक्रम चला रही है. संस्था का उद्देश्य ज़रूरतमंद तबके को शिक्षा, आपातकालीन सेवाएं, स्वास्थ्य व न्याय सम्बंधी ज़रूरतें, खाना और छत की ज़रूरतें मुहैय्या कराना है. असम दंगे 2012, मुज़फ्फरनगर दंगे 2013, 2014 की कश्मीर बाढ़ और 2015 की चेन्नई बाढ़ के वक़्त संस्था ने घरों-घरों तक जाकर लोगों को ज़रूरी सेवाएं प्रदान की हैं.

संस्था की इस मुहिम से जुड़ने के रास्ते भी आसान हैं. यदि आप संस्था की किसी मुहिम का हिस्सा बनना चाहते हैं या इस बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो http://www.imrcusa.org पर क्लिक करें.

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