BeyondHeadlines News Desk
बेगुसराय : शायद किसी शहर में ये पहली बार हो रहा है कि यहां एक ही नाम से दो रेलवे जंक्शन हैं. ऐसा चमत्कार सिर्फ़ बिहार राज्य में ही हो सकता है. और ये बेगुसराय में हुआ है.
बेगुसराय ज़िले में एक ही नाम के दो जंक्शन हैं. वह भी सिर्फ़ दो किलोमीटर की दूरी पर.
ये कहानी बरौनी जंक्शन की है. इसमें एक बरौनी जंक्शन अंग्रेज़ों के ज़माने से मौजूद है, जबकि दूसरा वहां से दो किलोमीटर की दूरी पर राजवाड़ा व ठकुरीचक गांव के बीच स्थापित किया गया है. और इसका भी नाम बरौनी जंक्शन ही रखा गया है.
इस चमत्कार से दूरदराज से आए यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है. इधर से गुज़रने वाले यात्री जब दो किलोमीटर की दूरी पर एक ही नाम के दो स्टेशन देखते हैं तो वे भी हतप्रभ रह जाते हैं. हालांकि यहां के आसपास के लोग पहचान के लिए नए बरौनी जंक्शन को ‘न्यू बरौनी जंक्शन’ या ‘बाइपास स्टेशन’ के नाम से पुकारने लगे हैं. लेकिन रेलवे की ओर से इन दोनों का नाम बरौनी जंक्शन ही है और बोर्ड भी एक ही लगाया गया है.
यहां यह भी बताते चलें कि देश के गोरखपुर व मुज़फ़्फ़रपुर समेत कई जंक्शनों पर एक ही प्लेटफॉर्म को दो प्लेटफॉर्म में बांटा गया है, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पुराने वाले बरौनी जंक्शन पर आज तक प्लेटफॉर्म नंबर -एक है ही नहीं. इसका निर्माण ही नहीं हुआ है. इस लिहाज़ से भी ये बरौनी जंक्शन अपने आप में अजूबा है कि प्लेटफॉर्म संख्या -9 तक विस्तारित इस जंक्शन पर प्लेटफॉर्म -एक है ही नहीं.
बरौनी के स्टेशन मास्टर ब्रजमोहन प्रसाद सिन्हा की माने तो ये देश का पहला जंक्शन है, जहां पास ही में एक ही नाम से दूसरा जंक्शन भी है.
वो बताते हैं कि, बरौनी जंक्शन से दो किलोमीटर की दूरी पर बनाए गए नए जंक्शन पर प्लेटफॉर्म -एक बनाया गया है. इसलिए वहां तक जाने के लिए एक अप्रोच रोड बना दिया गया है.
बता दें कि पुराने वाले बरौनी जंक्शन का निर्माण 1883 में हुई था, जबकि नए वाले बरौनी जंक्शन का निर्माण 2008 में किया गया है.
