BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में एक चौंका देने वाला आंकड़ा सामने आया है. इस आंकड़ें के मुताबिक़ यहां का हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है. ये आंकड़ें इसी साल जनवरी में नंदी फाउंडेशन की ओर से जारी रिपोर्ट में पेश किया गया है.
बता दें कि नंदी फाउंडेशन के आंकड़ों के मुताबिक़ राजधानी दिल्ली 6 साल तक की उम्र वाले 31 फ़ीसदी बच्चे कुपोषित हैं, यानी यहां हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक़ दिल्ली की जनसंख्या 1.63 करोड़ है. इनमें से 20 लाख बच्चे 6 साल की उम्र तक के हैं. इन बच्चों में से 31 प्रतिशत शहर में रहने के बावजूद कुपोषित हैं.
ये रिपोर्ट ये भी बताती है कि, दिल्ली में 90 फ़ीसद लोगों के पास ही स्वच्छ जल की पहुंच है. वहीं 41 प्रतिशत परिवार महज़ एक कमरे में रहते हैं.
नंदी फाउंडेशन के सदस्यों में सचिन पायलट, पूनम महाजन, डिंपल यादव और जय पांडा जैसे देश के युवा सांसद सदस्य हैं.
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली के मंडावली में भुखमरी से तीन बच्चियों की मौत का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरूवार को योजना विभाग के अधिकारियों संग बैठक कर कुपोषण के शिकार बच्चों, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और गरीब परिवार का आंकड़ा तैयार करने को कहा है, ताकि ऐसे परिवार के बच्चों के लिए योजना बनाई जा सके.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि तीन बच्चियों की मौत दर्दनाक घटना है. भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए हमने कोशिश शुरू कर दी है.