BeyondHeadlines News Desk
पटना : तमाम सरकारी अवरोधों और विरोधों के बावजूद मुज़फ़्फ़रपुर के शेल्टर होम में 34 लड़कियों से बलात्कार के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सहित छह वामपंथी दलों के आह्वान पर आज का बिहार बंद सफल रहा.
वामपंथी दलों के साथ-साथ राजद, कांग्रेस, बसपा, समाजवादी पार्टी समेत कई दलों के समर्थक पटना राजधानी सहित राज्य के सभी ज़िलों में बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे और राज्य सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाए. सहरसा में हज़ारों लोगों ने मानव शृंखला बनाकर सड़क यातायात ठप्प किया. वहीं शेखपुरा में सैकड़ों युवकों ने सड़कों पर बंद के समर्थन में मोटरसाइकिल जुलूस निकाल कर अपना विरोध दर्ज कराया. इस दौरान राज्य भर में हज़ारों बंद समर्थक गिरफ्तार हुए.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह बताते हैं, आज के बिहार बंद को आम जनता और विपक्षी दलों का सराहनीय और व्यापक समर्थन मिला है.
सत्य नारायण सिंह ने बिहार बंद की सफलता के लिए राजद, कांग्रेस, लोकतांत्रिक जनता दल, समाजवादी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों और बिहार की आम जनता को बधाई दी है.
सिंह ने आरोप लगाया कि बंद समर्थकों के साथ राज्य सरकार का रवैया विद्वेषपूर्ण और दमनात्मक रहा है. राजधानी पटना में बेवजह पुलिस ने बंद समर्थकों के जुलूस को बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया और महिलाओं के साथ नोंक-झोंक किया. हमारी पार्टी पुलिस के इस कार्रवाई की कड़ी निन्दा करती है.
सत्य नारायण सिंह ने मांग की है कि राज्य के समाज कल्याण मंत्री मंजु वर्मा और नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा को मंत्री पद से अविलंब बर्खास्त किया जाए और चन्द्रशेखर वर्मा को गिरफ्तार किया जाए. इस कुकांड में ये सभी ज़िम्मेवार हैं. साथ ही सीबीआई की जाँच हाईकोर्ट की निगरानी में की जाए.
बता दें कि बिहार बंद का असर राज्य के सभी ज़िला मुख्यालयों, शहरों और ग्रामीण इलाक़ों में भी देखने को मिला. शेखपुरा, दरभंगा, लहेरियासराय, बेनीपट्टी, रहिका, झंझारपुर, जयनगर, हरलाखी, कटिहार, गोपालगंज आदि अनेक जगहों पर बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब रहे कि मुज़फ़्फ़रपुर शेल्टर होम कांड में अब तक 34 लड़कियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हो चुकी है. अभी भी 11 लड़कियां लापता हैं.