23 सितंबर को हरिद्वार से ‘किसान क्रांति यात्रा’ की शुरूआत, 2 अक्टूबर को दिल्ली में संसद का घेराव

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BeyondHeadlines News Desk

नई दिल्ली : किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीदने को अपराध घोषित करने, किसानों के क़र्ज़ को माफ़ करने जैसी मांगों को लेकर किसान 23 सितंबर को हरिद्वार के महेंद्र सिंह टिकैत घाट से ‘किसान क्रांति यात्रा’ निकालेंगे. यह यात्रा 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन दिल्ली राज घाट पहुंचेगी और फिर यहां से  संसद मार्च कर उसका घेराव किया जाएगा.

देश के किसान आन्दोलन की समन्वय समिति ने बुधवार को यह फैसला किया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक एवं तमिलनाडू के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि सरकार की ग़लत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर हैं. किसानों को पर्याप्त न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा नहीं की जा रही है, जो घोषणा हो रही है उस दर पर सरकार की ओर से खरीदारी नहीं हो रही.

इस किसान क्रांति यात्रा का नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी नरेश टिकैत व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत करेंगे. यात्रा में सभी प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्य, मंडल अध्यक्ष सहित ज़िला अध्यक्ष और देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में किसान शामिल होंगे.

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