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PVCHR कर रही है 2019 को बहुलतावादी लोकतंत्र के लिए समर्पित साल के रूप में मनाने की तैयारी

BeyondHeadlines News Desk

वाराणसी : मानवाधिकार जननिगरानी समिति (PVCHR) 2019 को बहुलतावादी लोकतंत्र के लिए समर्पित वर्ष के रूप में मनाने की तैयारी है. इसके तहत दुनियाभर में व ख़ासकर भारत और यूरोप के विभिन्न माध्यमों से जनता व सरकारों को संवेदित किया जाएगा.

PVCHR के सदस्य सचिव बल्लभाचार्य पाण्डेय और मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके बताया कि साल ख़त्म होने से पहले स्वीडेन में भारत की मूल निवासी सुश्री पारुल शर्मा 4 स्वीडिश सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ वाराणसी भ्रमण पर आ रही हैं. 29 दिसम्बर 2018 को राजदुलारी फ़ाउंडेशन व 200 स्वीडिश दानदाताओं के सहयोग से बघवानाला में ‘सामुदायिक जल व्यवस्था’ का उद्घाटन किया जा रहा है.

बता दें कि बघवानाला के 200 से ज़्यादा परिवारों के बीच में केवल एक हैण्डपम्प है, जो अक्सर ख़राब हो जाता था. पानी की इस क़िल्लत को देखते हुए 320 फिट बोरिंग कराकर समर सेबुल लगवाया गया है और 2000 लीटर पानी की टंकी में इकठ्ठा कर 5 टोटियों से पानी की व्यवस्था की गई है.

साथ ही गाँव के लोगों को बरसाती जल के जल संग्रहण के बारे में शिक्षित किया जा रहा है. वहीं बघवानाला में 25 से ज़्यादा छात्रवृत्ति प्राप्त कर रही बच्चियों के साथ स्वीडिश सामाजिक कार्यकर्ता संवाद करेंगे.

30 दिसम्बर, 2018 को बडागांव ब्लॉक के अनेई गाँव के मुसहर बस्ती में 10 हज़ार रुपये का फलदायी वृक्ष लगाए जाएंगे. विदित है कि न्यूजीलैंड हाई कमीशन की मदद से 20 दलित बस्तियों में समिति ने कुपोषण को रोकने के लिए किचेन गार्डन विकसित किया एवं बच्चियों में माहवारी पर संवेदनशील किया.

अनेई गाँव में ही स्वास्थ्य परीक्षण चेकअप का आयोजन भी किया गया है. जिसमें डा. मनीषा सिंह, डा. संदीप सिंह और डा. डी.पी. सिंह शामिल होंगे.

गौरलतब रहे कि मानवाधिकार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए PVCHR के संयोजक डा. लेनिन रघुवंशी को फ़्रांस सरकार का फ्रेंच रिपब्लिक ह्यूमन राईट पुरस्कार व विश्वस्तरीय पब्लिक पीस प्राईस पुरस्कार मिला है. पब्लिक पीस प्राईस 2014 से प्रारम्भ हुआ था. उसी वर्ष 2014 में नोबेल पुरस्कार पाने वाली मलाला युसूफ़जई व 2018 में नोबेल पुरस्कार पाने वाले डा. डेनिश भी नामित थे. इससे पूर्व भारत के इसी वर्ष भारतीय मानवता विकास पुरस्कार भी प्राप्त हुआ. 2018 का पब्लिक पीस प्राईस नव दलित आन्दोलन के पुरोधा के रूप में डा. लेनिन रघुवंशी को चुना जा चुका है.

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