BeyondHeadlines News Desk
पटना : आगामी 8-9 जनवरी, 2019 को ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के बाद अब बिहार के 6 वाम दलों ने 9 जनवरी, 2019 को बिहार बंद का ऐलान किया है. ये बंद अडानी-अंबानी व कारपोरेटपरस्त भारतीय जनता पार्टी एवं उनके नेतृत्व में चलने वाली सरकार के ख़िलाफ़ है.
पटना के जमाल रोड स्थित मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय में बिहार के छः वामदलों —भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) एस.यू.सी.आई.(सी), फारवर्ड ब्लाॅक और आर.एस.पी. की एक संयुक्त बैठक आयोजित हुई, जिसमें बिहार बंद का फैसला लिया और साथ ही 8-9 जनवरी को ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सक्रिय समर्थन देने और कामयाब बनाने की रणनीति तैयार की गई.
इस बैठक में राजद, कांग्रेस, हम, रालोसपा, स.पा. आदि सभी जनवादी दलों से भी अपील की गई कि वे इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल और बिहार बंद को अपना सक्रिय समर्थन दें.
बता दें कि 8-9 जनवरी को अखिल भारतीय स्तर पर आईआईटी की परीक्षा आयोजित है. अखिल भारतीय स्तर पर ट्रेड यूनियनों ने सरकार से इस तिथि में परिवर्तन करने के लिए लिखा है. पर यदि परीक्षा की तिथि में सरकार परिवर्तन नहीं करती है तो वामदल के आन्दोलनकर्मी परीक्षार्थियों के समक्ष कोई परेशानी खड़ी नहीं करेंगे.
इस बैठक में भाकपा के राज्य सचिवमंडल सदस्य एम. जब्बार आलम और विजय नारायण मिश्र, माकपा के राज्य सचिव अवधेष राय, राज्य सचिवमंडल सदस्य सर्वोदय शर्मा और गणेश शंकर सिंह, भाकपा (माले) के राज्य सचिव कुणाल, धीरेन्द्र झा और राजाराम तथा एस.यू.सी.आई. (सी) के मणिकांत पाठक एवं राज कुमार पाठ ने भाग लिया. इस बैठक की अध्यक्षता एस.यू.सी.आई. (सी) के मणिकांत पाठक कर रहे थे.