BeyondHeadlines Correspondent
नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले की जमीअत उलेमा-ए-हिन्द के साथ-साथ तमाम मुस्लिम जमाअतों ने इसकी निंदा की है. साथ ही इन जमाअतों ने ऐलान किया है कि आज जुमा की नमाज़ में शहीद सैनिकों के लिए दुआ-ए-मग़फ़िरत की जाएगी.
जमीअत उलेमा-ए-हिन्द एवं दारूल उलूम देवबंद के उस्ताद मौलाना सैय्यद अरशद मदनी ने इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि ये बहुत ही दर्द पहुंचाने वाला हादसा है.
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाईज़ेशन के अध्यक्ष इमाम उमैर अहमद इलियासी ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए इसकी जितनी निंदा की जाए, कम होगी. आईएसआईएस, जैश मुहम्मद, अलक़ायदा या फिर जो भी आतंकी संगठन हैं, इनका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है.
क़ौमी महाज़ के अध्यक्ष ने कहा कि अब वक़्त आ गया है कि मुल्क के मुसलमान आंतकवादियों के ख़िलाफ़ जिहाद का ऐलान कर दें. जो जवान शहीद हुए हैं, इनके साथ पूरा मुल्क है, पूरी मिल्लत है, हम इनके परिवारों के साथ हैं.
इसके साथ ही कई मुस्लिम संगठनों ने ऐलान किया है कि आज जुमा की नमाज़ में देश के लिए शहीद सैनिकों के लिए दुआ-ए-मग़फ़िरत की जाएगी.
सोशल मीडिया पर भी युवा अपने गुस्से का इज़हार कर रहे हैं. हालांकि एक ख़ास विचारधारा के लोग इसे साम्प्रदायिक रंग में रंगने की कोशिश में जुट गए हैं. ऐसे पोस्टों की भी सोशल मीडिया पर अब निंदा की जा रही है.
उमैर अनस ने अपने फेसबुक टाईमलाईन पर लिखा है —
प्रिय मोदी समर्थकों!
सेना की शहादत देश को जोड़ती हैं बांटती नहीं. सेना की शहादत कोई राजनीति खुराक नहीं जिसे आप एक चुनाव के लिए राजनीतिक मुद्दा बना दें. देश का मुसलमान और सारे देशवासी इस बात से आश्वस्त थे कि मोदी सरकार पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग रखने में कामयाब होगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अगर अमरीका, चीन और रूस के बदलते रुख में तालिबान के लिए आप नरमी आपकी असफलता नहीं है तो फिर आपको मान लेना चाहिए कि देश की सुरक्षा आपके हाथ में ख़तरे में है. जैश के हमले से भारतीय मुसलमानों से बदला लेने से अगर चीन जैश का समर्थन करना बंद कर दे, मुसलमानों पर गुस्सा निकालने से अगर रूस तालिबान को अफ़ग़ानिस्तान में वापस लाने को नीति छोड़ दे और मुसलमानों को कोसने से अगर अमरीका पाकिस्तान के हाथ में खेलना बन्द कर दे तो देश के लिए मुसलमानों को अपनी कुर्बानी देने में कोई संकोच नहीं होगा.
वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम कांफ्रेस के अध्यक्ष एवं बिहार में मंत्री रह चुके शमायल नबी ने इस हमले के लिए केन्द्र सरकार को ज़िम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए पूरी तरह से केन्द्र सरकार ज़िम्मेदार है.
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 जवानों के शहीद होने की ख़बर है. वहीं 20 से अधिक जवान घायल हैं.