BeyondHeadlines Correspondent
नई दिल्ली: पीएम नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एक न्यूज चैनल को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया, ‘मैं एक झोला लेकर चलता था और 35 साल तक मैंने भिक्षा मांगकर खाया है.’ वहीं इसके पहले साल 2016 के दिसम्बर महीने में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘हम तो फ़क़ीर आदमी हैं, झोला लेकर चल पड़ेंगे. ये फकीरी है, जिसने मुझे गरीबों के लिए लड़ने की ताक़त दी है.’
लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी क्या सच में फ़क़ीर हैं? इन सवालों को तलाशते हुए जब आप उनके ख़ुद के चुनावी हलफ़नामे तक पहुंचेंगे तो पाएंगे कि देश के इस ‘महान’ फ़क़ीर ‘चौकीदार’ के पास करोड़ों रूपये की सम्पत्ति है.
शुक्रवार को वाराणसी में खुद पीए नरेन्द्र मोदी के ज़रिए दाख़िल किए गए चुनावी हलफ़नामें के मुताबिक़ उनके पास कुल 2 करोड़ 51 लाख 36 हज़ार 119 रुपये बतौर संपत्ति है.
मोदी के संपत्ति में लगातार हो रहा है इज़ाफ़ा
नरेन्द्र मोदी के चुनावी हलफ़नामे बताते हैं कि नरेन्द्र मोदी की संपत्ति में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. साल 2007 में मोदी जब गुजरात के मनीनगर से विधानसभा का चुनाव लड़े थे, तब उनके पास मात्र 42.56 लाख रूपये की सम्पत्ति थी. 2012 विधानसभा चुनाव में ये बढ़कर 1.33 करोड़ रूपये हो गई.
2014 में 9 अप्रैल को जब नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वड़ोदरा लोकसभा सीट से अपना नामांकन भरा तो तब उनके पास 1.51 करोड़ की सम्पत्ति थी, लेकिन 24 अप्रैल को वाराणसी में दिए हलफ़नामे में ये 1.65 करोड़ हो गई. यानी सिर्फ़ 15 दिनों में इनके संपत्ति में 14 लाख रूपये का इज़ाफ़ा हो गया. हालांकि इसी साल पीएम मोदी ने 18 अगस्त को दिए अपने हलफ़नामे में बताया कि उनके पास अब 1.26 करोड़ की संपत्ति है. ज़ाहिर सी बात है कि दो जगह से चुनाव लड़ने में 39 लाख रूपये तो खर्च हुए ही होंगे.
साल 2015 में पीएम मोदी के हलफ़नामे के मुताबिक़ उनकी संपत्ति 1.41 करोड़, साल 2016 में 1.73 करोड़, साल 2017 में 2 करोड़ जो साल 2018 में बढ़कर 2.36 करोड़ रूपये का हो गया. और अब पीएम मोदी के पास 2.51 करोड़ की सम्पत्ति है.